CSA में M.sc और P.hd में लागू होगा नया पाठ्यक्रम, अगले माह होगा दीक्षा समारोह
एकेडमिक काउंसिलिंग की अध्यक्षता कुलपति डा. डीआर सिंह ने और सदस्यों का स्वागत कुलसचिव डा. सर्वेंद्र कुमार गुप्ता ने किया। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आइसीएआर) की ओर से भेजी गई व्यापक विषय वस्तु क्षेत्र (बीएसएमए) समिति की रिपोर्ट 2021 को शामिल किया गया है।
कानपुर, जागरण संवाददाता। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विवि (सीएसए) में एकेडमिक काउंसलिंग की 173वीं बैठक सोमवार को आयोजित हुई। इसमें इसी सत्र से एमएससी व पीएचडी कोर्स में नया पाठ्यक्रम लागू करने का फैसला लिया गया। साथ ही विभिन्न कोर्स में पास हुए विद्यार्थियों के उत्तीर्ण होने का अनुमोदन भी प्रदान किया गया। विवि के अधिकारियों ने बताया कि अगले माह दीक्षा समारोह भी आयोजित होना है।
एकेडमिक काउंसिलिंग की अध्यक्षता कुलपति डा. डीआर सिंह ने और सदस्यों का स्वागत कुलसचिव डा. सर्वेंद्र कुमार गुप्ता ने किया। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आइसीएआर) की ओर से भेजी गई व्यापक विषय वस्तु क्षेत्र (बीएसएमए) समिति की रिपोर्ट 2021 को शामिल करते हुए विवि में एमएससी व पीएचडी पाठ्यक्रम अपग्रेड किए जाने का अनुमोदन भी प्रदान किया गया। यह नया पाठ्यक्रम विश्वविद्यालय के चारों महाविद्यालय कृषि महाविद्यालय, गृह विज्ञान महाविद्यालय, उद्यान महाविद्यालय एवं कृषि अभियंत्रण महाविद्यालय इटावा में संचालित विभिन्न पाठ्यक्रमों में भी लागू होगा।
कुलसचिव ने शासन की नीति के अनुसार निर्धारित आय सीमा से नीचे जीवन यापन करने वाले परिवार की एक से अधिक बेटियों के संस्था में अध्ययन करने पर दूसरी बेटी की ट्यूशन फीस माफ कराने या उसकी प्रतिपूर्ति राज्य सरकार द्वारा कराने का प्रस्ताव रखा। विश्वविद्यालय में इसके प्रभावी क्रियान्वयन के लिए नोडल अधिकारी अधिष्ठाता छात्र कल्याण डा. आरपी सिंह को बनाया गया। विवि में खेल शिक्षक को भी नियत वेतनमान पर रखने के प्रस्ताव पर काउंसङ्क्षलग ने स्वीकृति दी। इस दौरान डा. धर्मराज सिंह, निदेशक शोध डा. एचजी प्रकाश, डा. वेदरतन, आइसीएआर के नोडल अधिकारी रामप्यारे आदि रहे।
इस कोर्स में इतने छात्र हुए उत्तीर्ण: स्नातक कृषि में 231, वानिकी में 28, उद्यान में 39, गृहविज्ञान में 26, बीटेक कृषि अभियंत्रण में 31, बीटेक अभियांत्रिकी में 16, बीटेक कंप्यूटर में आठ, मत्स्य विज्ञान में 34 व डेयरी टेक्नोलाजी में 28 विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए। इसी तरह परास्नातक कृषि में 131, उद्यान में 18, गृहविज्ञान में 18, एमबीए में 34, एमटेक में एक व पीएचडी में 26 छात्र उत्तीर्ण हुए।