CSJMU में बीए के छात्र भी कर सकेंगे इंटरनेट आफ थिंग्स व आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस की पढ़ाई
सीएसजेएमयू कानपुर में नए सत्र से स्नातकोत्तर में इंटरनेट आफ थिंग्स व आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस ब्रांच की पढ़ाई साथ की जा सकेगी। इससे एमएससी कंप्यूटर साइंस की डिग्री छात्रों को दोहरा लाभ देगी और पहली बार ऐसा होगा कि बीटेक के बगैर छात्र कंप्यूटर साइंस में पीएचडी कर पाएंगे।
कानपुर, जेएनएन। कंप्यूटर में विशेषज्ञता हासिल करने के लिए अब छात्रों के सामने बीएससी के बाद कंप्यूटर साइंस में स्नातकोत्तर की डिग्री प्राप्त करने रास्ता खुल गया है। इसके लिए उन्हें ज्वाइंट एडमिशन टेस्ट फार एमएससी ‘जैम’ की परीक्षा पास नहीं करनी होगी। छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय सीएसजेएमयू ने इस सत्र से बीएससी पासआउट छात्रों के सामने इसके रास्ते खोल दिए हैं और प्रवेश का नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है। इसमें सबसे खास बात यह है कि बीए के छात्रों को भी इंटरनेट ऑफ थिंग्स और आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस की पढ़ाई का मौका मिल सकेगा।
बीएससी की साधारण डिग्री के साथ अब इंटरनेट आफ थिंग्स व आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस की पढ़ाई करना भी छात्रों के हाथ में होगा। आवेदन फार्म की संख्या इस पर निर्भर करेगी कि कोर्स में दाखिले के लिए प्रवेश परीक्षा आयोजित की जाए अथवा मेरिट के आधार पर छात्रों का चयन हो। कोर्स डिजाइन करने वाले यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट आफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलाजी के वरिष्ठ शिक्षक डा. रवींद्रनाथ कटियार ने बताया कि बीएससी के अलावा बीए के छात्र भी इस कोर्स में प्रवेश ले सकते हैं। इसके लिए अगर उन्होंने वार्षिक प्रणाली में बीए की परीक्षा उत्तीर्ण की है तो कंप्यूटर साइंस विषय में उन्हें तीन प्रश्न पत्र पास करने होंगे। सेमेस्टर प्रणाली यह प्रश्न पत्र बढ़कर छह हो जाएंगे। अगर इन शर्तों के साथ उन्होंने स्नातक की डिग्री प्राप्त की है तो वह भी एमएससी कंप्यूटर साइंस में प्रवेश ले सकेंगे।
उन्होंने बताया कि छात्रोें के सामने कंप्यूटर साइंस व संबंधित विषयों में पीएचडी करने के दरवाजे भी खुल जाएंगे। इस कोर्स में प्रवेश लेने के लिए विश्वविद्यालय में आनलाइन पंजीकरण करने वाले छात्र छात्राओं को प्रवेश लेने के लिए उन विभागों में संपर्क करना होगा। फार्म भरने की अंतिम तारीख खत्म होने के हफ्ते भर के अंदर विभिन्न विभाग इन छात्र छात्राओं की मेरिट तैयार करके इसकी सूचना उन्हें देंगे। प्रवेश लेने के लिए उन्हें एक निश्चित समय भी दिया जाएगा जबकि पंजीकरण की अंतिम तारीख विवि प्रशासन ने 25 अगस्त तय की है।