पश्चिमी उप्र तक पशु तस्करों का नेटवर्क, गैंग में हैं कई महिलाएं, पुलिस ने गठित की जांच टीम

जांच में सामने आया कि गिरोह में शामिल चार बंजारों ने ही कुलीबाजार निवासी कसाई व मीट कारोबारी से मिलकर सात अप्रैल की रात बिठूर के नारामऊ में गोवध कराया। जानवरों के अवशेष फेंककर माहौल बिगाडऩे की साजिश रची थी।

By Akash DwivediEdited By: Publish:Fri, 07 May 2021 11:09 AM (IST) Updated:Fri, 07 May 2021 11:09 AM (IST)
पश्चिमी उप्र तक पशु तस्करों का नेटवर्क, गैंग में हैं कई महिलाएं, पुलिस ने गठित की जांच टीम
जल्द ही पूरे गिरोह का पर्दाफाश किया जाएगा

कानपुर, जेएनएन। पशु तस्करी करने वाले बंजारा गैंग में कई महिलाएं भी शामिल हैं, जो अलीगढ़ और बुलंदशहर से पशु चोरी करवाकर मेरठ, हापुड़ व आसपास के जिलों में सप्लाई करती हैं। पुलिस को आरोपितों के मोबाइल फोन की कॉल डिटेल से यह जानकारी मिली है। अब संबंधित जिलों की पुलिस से संपर्क करके गैंग का नेटवर्क तोडऩे व सभी सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस आयुक्त ने पांच टीमें बनाई हैं। पिछले दिनों बिठूर पुलिस और क्राइम ब्रांच टीम ने मिलकर सात पशु तस्करों को गिरफ्तार करके उनके कब्जे से दो गोवंश बरामद किए थे।

जांच में सामने आया कि गिरोह में शामिल चार बंजारों ने ही कुलीबाजार निवासी कसाई व मीट कारोबारी से मिलकर सात अप्रैल की रात बिठूर के नारामऊ में गोवध कराया। जानवरों के अवशेष फेंककर माहौल बिगाडऩे की साजिश रची थी। आरोपितों से पूछताछ के बाद क्राइम ब्रांच ने उन्नाव के बांगरमऊ में गंगा किनारे स्थित बंजारों की बस्ती में भी छापा मारा, लेकिन उनके साथी फरार हो गए थे।

इसके बाद टीम ने सॢवलांस की मदद से आरोपितों के फोन नंबरों की कॉल डिटेल निकलवाई तो उसमें अलीगढ़ व बुलंदशहर के भी पशु तस्करों के नंबर मिले। सूत्रों के मुताबिक, गैंग की महिलाएं खुद पशुओं की चोरी कराकर उन्हेंं पश्चिमी उत्तर प्रदेश के पशु तस्करों तक पहुंचा रहीं हैं। बिठूर थाना प्रभारी अमित मिश्रा ने बताया कि कई संदिग्धों की तलाश हो रही है। जल्द ही पूरे गिरोह का पर्दाफाश किया जाएगा। 

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