न पेड़ छंटे और न कसे तार, कैसे मिलेगी बिजली

मानसून सिर पर है लेकिन, केस्को की बिजली व्यवस्था तैयार नहीं है। जो काम मानसून आने के पहले कर लिए जाने चाहिए थे, उन्हें अभी भी शटडाउन लेकर किया जा रहा है। न तार कसे गए और न ही जमीन पर रखे ट्रांसफार्मरों को ही हटाया गया। जरा सी तेज हवा पूरे शहर की बिजली घंटों के लिए उड़ा ले जाती है, फिर मानसून में क्या स्थिति होगी, अंदाजा लगाया जा सकता है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 07 Jun 2018 01:32 AM (IST) Updated:Thu, 07 Jun 2018 01:32 AM (IST)
न पेड़ छंटे और न कसे तार, कैसे मिलेगी बिजली
न पेड़ छंटे और न कसे तार, कैसे मिलेगी बिजली

जागरण संवाददाता, कानपुर :

मानसून सिर पर है लेकिन, केस्को की बिजली व्यवस्था तैयार नहीं है। जो काम मानसून आने के पहले कर लिए जाने चाहिए थे, उन्हें अभी भी शटडाउन लेकर किया जा रहा है। न तार कसे गए और न ही जमीन पर रखे ट्रांसफार्मरों को ही हटाया गया। जरा सी तेज हवा पूरे शहर की बिजली घंटों के लिए उड़ा ले जाती है, फिर मानसून में क्या स्थिति होगी, अंदाजा लगाया जा सकता है।

शहर के दक्षिण इलाके गोविंद नगर, किदवई नगर, दहेली सुजानपुर, बिनगंवा, कर्रही, खाड़ेपुर, योगेन्द्र विहार, नारायनपुरी, बर्रा, दबौली, गुजैनी आदि क्षेत्रों में कई जगहों पर ट्रांसफार्मर खुले रखे हैं। इन्हें रैंप बनाकर ऊपर रखा जाना था, चारों तरफ जाली भी सुरक्षा के लिहाज से लगाई जानी थी। अभी तक यह काम नहीं हुआ।

बांस-बल्ली पर झूल रहे तार

आइपीडीएस योजना में करोड़ों रुपये खपने के बाद भी कल्याणपुर, रावतपुर, बर्रा, दहेली, नौबस्ता आदि क्षेत्रों में बिजली बांस-बल्ली पर दौड़ रही है। मानसून के पहले इसे सुधार लेना था लेकिन, ऐसा नहीं किया जा सका। तिलक नगर क्षेत्र में बीते दिनों बिजली का तार टूट गया, जिसे जोड़ने के लिए करीब 15 बार लाइट ट्रिप हुई। जरा सी तेज हवा और आंधी से तार टूट जाता है।

नहीं हो सकी पेड़ों की छंटाई

पेड़ों की डालियां जो बिजली के तारों के संपर्क में रहती हैं, उससे अर्थिग के चलते लाइन लॉस काफी होता है। हवा चलने पर डालियों में तार उलझकर टूट जाते हैं। जून आने के पहले पेड़ों की कटाई छंटाई हो जानी चाहिए थी लेकिन, केस्को का कंस्ट्रक्शन विभाग अभी भी इस काम में लगा है। तारों के आसपास झूल रही डालियों की कटाई छंटाई हो रही है।

हो चुके हैं हादसे

खुले ट्रांसफार्मर से पिछले वर्ष बाबूपुरवा निवासी हामिद हुसैन के घर पर आग लग गई। पीड़ित ने केस्को के सभी अधिकारियों के खिलाफ मुकदमें दर्ज करवा दिए। टिकरा गांव के एक पार्क में खेल रहा किशोर ट्रांसफार्मर की चपेट में आकर झुलस गया था।

एक्सपर्ट की राय

बिजली विभाग 15 जून से लेकर 15 सितंबर तक बारिश का मौसम मानता है। इसके पहले लाइनों के ऊपर-नीचे पेड़ की डालियों को छांट देना चाहिए। ब्रेकर की मरम्मत, ढीली लाइन कसने, ट्रांसफार्मर की फिटनेस, कटी केबिल बदलने का काम कर लिया जाना चाहिए। अभी लगभग दस दिन का समय शेष बचा है, इसे जल्द से जल्द गैंग बढ़ाकर पूरा कर लेना चाहिए।

-आरडी पांडेय, सेवानिवृत्त एजीएम हेडक्वार्टर, केस्को।

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एमडी से दो टूक

मानसून के पहले के सभी काम क्यों नहीं हुए?

जवाब : पेड़ों की छंटाई का काम करीब 70 फीसद हो चुका है। ट्रांसफार्मर कुछ जगह खुले हैं, उन्हें जल्द व्यवस्थित करवा दिया जाएगा।

नए ट्रांसफार्मर जल जा रहे हैं, किस पर कार्रवाई करेंगी?

जवाब: ट्रांसफार्मर जलने का कारण क्या है, इसकी जांच की जा रही है। शहर के कई सारे ट्रांसफार्मर बदले जा चुके हैं, अब जलने की समस्या पहले से कम हो गई है।

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