बांदा: काम में गड़बड़ी व लापरवाही सचिव को पड़ी भारी, मनरेगा डिप्टी कमिश्नर ने दिया कारण बताओ नोटिस

मनरेगा उपायुक्त व बड़ोखर खुर्द ब्लाक के प्रभारी बीडीओ राघवेंद्र तिवारी ने ग्राम पंचायत पचनेही में विकास कार्यों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्हें यहां अनियमितताएं व लापरवाही मिलीं। जिसपर उन्होंने सचिव को कारण बताओ नोटिस दी है।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Thu, 09 Dec 2021 06:51 PM (IST) Updated:Thu, 09 Dec 2021 06:51 PM (IST)
बांदा: काम में गड़बड़ी व लापरवाही सचिव को पड़ी भारी, मनरेगा डिप्टी कमिश्नर ने दिया कारण बताओ नोटिस
उपायुक्त मनरेगा ने पचनेही ग्राम पंचायत के निरीक्षण में पाई खामियां। प्रतीकात्मक फोटो।

बांदा, जागरण संवाददाता। मनरेगा उपायुक्त ने डीएम के निर्देश पर बड़ोखर खुर्द ब्लाक की ग्राम पंचायत पचनेही का निरीक्षण किया। इस दौरान लापरवाही व योजनाओं की खराब प्रगति पर उन्होंने सचिव को कारण बताओ नोटिस दी है। तीन दिन में जवाब न देने पर कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई की चेतावनी दी है।

मनरेगा उपायुक्त व बड़ोखर खुर्द ब्लाक के प्रभारी बीडीओ राघवेंद्र तिवारी ने ग्राम पंचायत पचनेही में विकास कार्यों का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्हें यहां अनियमितताएं व लापरवाही मिलीं। उन्होंने सीडीओ को भेजी रिपोर्ट में कहा है कि गांव के खेलकूद मैदान की स्थिति काफी खराब मिली। चहारदीवारी निर्माण के समय कोई तकनीकी देखरेख नहीं की गई व न ही सचिव उपस्थित मिले। निर्माण में घटिया सामग्री का प्रयोग किया गया है। अस्थायी गोशाला की स्थिति बेहद खराब मिली। बेसहारा गोवंशीय पशु सड़कों व खेतों में घूमते मिले। पीएम आवास योजना इस वर्ष 39 लाभार्थियों को दिया जाना था। इनमें 36 को दूसरी और 23 को तीसरी किश्त मिली है। छह आवास ही पूरे कराए गए हैं। इसमें सचिव द्वारा रुचि नहीं ली जा रही है।

कायाकल्प योजना के तहत विद्यालयों में कोई कार्य नहीं कराया गया। आईजीआरएस की सात शिकायतें लंबित मिलीं। मनरेगा योजना में मेड़बंदी का कार्य अधूरा मिला। सार्वजनिक शौचालय बंद मिला। इसमें बाहर से वाल पेंटिंग भी नहीं कराई गई है। पंचायत भवन भी बंद मिला। यहां कोई विवरण नहीं लिखा मिला। ग्रामीणों ने बताया कि सचिव यहां कभी आते ही नहीं है। मंडलायुक्त व डीएम के सख्त निर्देशों के बावजूद सचिव इसमें रुचि नहीं ले रहे हैं। उपायुक्त ने सीडीओ भेजी रिपोर्ट में कहा है कि सचिव अनिल ङ्क्षसह सरकारी योजनाओं में रुचि नहीं ले रहे हैं। वह बेहद लापरवाह व स्वेच्छाचारी हैं। निर्माण कार्यों में भी काफी अनियमितता की गई है। उन्होंने सचिव को कारण बताओ नोटिस दी है। साथ ही कहा है कि तीन दिन में साक्ष्यों के साथ स्पष्टीकरण दें। अन्यथा कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। जांच आख्या उन्होंने सीडीओ, डीएम सहित डीपीआरओ को भेजी है। 

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