Sports News : कानपुर में प्रतिभावान खिलाडिय़ों के सपनों को पंख लगाएंगा नीडजेम
एएफआई की इस योजना का सीधा लाभ आर्थिक रूप से कमजोर छोटे बच्चों को मिलेगा। इसमें जिलास्तरीय खिलाड़ी सीधे राष्ट्रीय फलक पर पहचान हासिल कर सकता है। इसमें चयनित होने वाले खिलाड़ी को किसी प्रकार की धनराशि खर्चा नहीं करनी पड़ेगी।
कानपुर, जेएनएन। एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एएफआई) एथलीटों को संवारने की मंशा से (नेशनल इंटर डिस्ट्रिक जूनियर एथलेटिक्टस मीट) नीडजेम हर जिलों में सुचारू करने की रणनीति बना चुका है। इससे जिलास्तरीय एथलीट सीधे राष्ट्रीय प्रतियोगिता में नीडजेम मीट के लिए बनने वाले टीम में चयनित होकर राष्ट्रीय फलक पर छा सकते हैं। पिछले दिनों एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एएफआइ) के पदाधिकारियों हुई वीडियो कांफ्रेसिंग में जिलों के पदाधिकारियों ने प्रतिभावान खिलाडिय़ों की खोज को पूरा करने के लिए जिलास्तरीय मीट का आयोजन कराने पर हामी भरी।
एथलेटिक्स कानपुर के सचिव डॉ. देवेश दुबे के मुताबिक भारतीय एथलेटिक्स महासंघ की प्लानिंग कमेटी के चेयरमैन डॉ.ललित भनोट प्रदेश के 62 जिलों को बढ़-चढ़कर मीट पर ध्यान केंद्गित करने को कहा था। एथलेटिक्स को ज्यादा से ज्यादा लोगों की पहुंच तक पहुंचाने व खेल के स्तर को बढ़ाने की मंशा से हर जिले में कम से कम 25 प्रशिक्षित टेक्निकल ऑफिशियल और 5 प्रशिक्षित कोच को अनिवार्यता को बताया। ताकि ग्रामीण अचंल से प्रतिभावान खिलाडिय़ों की खोज को पूरा कर नीडजेम मीट के लिए बनाने वाली टीम में उनका प्रतिनिधित्व हो सके। उन्होंने बताया कि एएफआई की इस योजना का सीधा लाभ आर्थिक रूप से कमजोर छोटे बच्चों को मिलेगा। इसमें जिलास्तरीय खिलाड़ी सीधे राष्ट्रीय फलक पर पहचान हासिल कर सकता है। इसमें चयनित होने वाले खिलाड़ी को किसी प्रकार की धनराशि खर्चा नहीं करनी पड़ेगी।
इन स्पर्धा के खिलाडिय़ों को मिलेगा लाभ : नीडजेम के तहत बालक व बालिका वर्ग 100 मीटर, 300 मीटर व एक हजार मीटर दौड़, बाधा दौड़, हाई जंप, लॉग जंप, शाटपुट, डिस्कस थ्रो, जेवलिन थ्रो, बॉल थ्रो स्पर्धा वाले खिलाडिय़ों को लाभ मिलेगा।