राष्ट्रीय स्तर के खेलों में पदक जीतने वाले खिलाड़ी दिव्यांगता खेल केंद्र से पाएंगे प्रशिक्षण
केंद्र साकार करेगा देशभर के स्पेशल खिलाड़ियों के अरमान शहर में प्रतिवर्ष 10 से ज्यादा खेलते हैं राष्ट्रीय प्रतियोगिताएं स्पेशल बच्चों के सपनों को उड़ान देगा दिव्यांगता खेल केंद्र राष्ट्रीय स्तर के पदक जीतकर शहर का नाम रोशन करने वाले खिलाड़ी अंतरराष्ट्रीय फलक की ओर बढ़ेंगे
कानपुर, जेएनएन। स्पेशल खेलकूद में कानपुर के दर्जनों खिलाड़ी ऐसे हैं जो राष्ट्रीय फलक पर हुनर की छाप छोड़ चुके हैं। अब उन्हें निश्शुल्क अंतरराष्ट्रीय मानक का प्रशिक्षक मिलने की उम्मीद दिखने लगी है। मध्य प्रदेश के ग्वालियर में आयोजित हुए दिव्यांगता खेल केंद्र के शिलान्यास से स्पेशल ओलंपिक के खिलाड़ियों व प्रशिक्षकों में खुशी की लहर है। दिव्यांगता खेल केंद्र में आउटडोर, इनडोर, एथलेटिक, स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स और स्विमिंग पूल हॉस्टल की सुविधाएं निश्शुल्क दी जाएगी। कानपुर स्पेशल ओलंपिक एसोसिएशन के अध्यक्ष सत्येंद्र सिंह यादव ने बताया कि स्पेशल खिलाड़ियों को संवारने के मकसद से केंद्र सरकार की योजना शहर के सैकड़ों स्पेशल खिलाड़ियों के भविष्य के संवारेगी। शहर से स्पेशल ओलंपिक व राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में प्रतिवर्ष दर्जनों खिलाड़ी प्रतिभाग करते हैं। जो राष्ट्रीय स्तर के पदक जीतकर शहर का नाम रोशन करते आ रहे हैं। ऐसे प्रतिभावान खिलाड़ियों के लिए अंतरराष्ट्रीय दरवाजे खुल जाएंगे। राष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतकर सीमित रह जाने वाले खिलाड़ी अब बेहतर प्रशिक्षण हासिल कर अंतरराष्ट्रीय फलक की ओर बढ़ेगा। उन्होंने बताया कि ज्यादातर स्पेशल खिलाड़ी निश्शुल्क प्रशिक्षण हासिल करते हैं। उनके परिवार के पास पालन पोषण व उनको बेहतर सुविधाएं देने की व्यवस्थाएं नहीं होती है। ऐसे खिलाड़ियों के सपनों को सच करने में अब दिव्यांगता खेल केंद्र काफी सहायक सिद्ध होगा। शहर से राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिभाग करने वाले स्पेशल खिलाड़ी स्पेशल ओलंपिक में रजत पदक जीतने वाले रितेश के अलावा राष्ट्रीय पदक जीतने वाले हाशिम, सुनीता, दीपक, प्रीति, प्रगति, ईशा, गुलस्फा, बिलाल और आदर्श सरीखे दर्जनों खिलाड़ियों को लाभ मिलेगा।