उत्तर प्रदेश में ‘थानेदार’ बेटी ने हेलमेट न पहनने पर पिता का काटा चालान

वाहन चेकिंग के दौरान बिना हेलमेट लगाए मिले पिता तो की कार्रवाई। बालिका दिवस पर एक दिन के लिए ऊसराहार थाने की प्रभारी बनी। इसके अलावा बाजार में दुकानदारों के अतिक्रमण से मुक्ति से लेकर थाने में आने वाले फरियादियों की शिकायत पर त्वरित कार्रवाई पर आकांक्षा का जोर रहा।

By Shaswat GuptaEdited By: Publish:Mon, 25 Jan 2021 01:39 PM (IST) Updated:Mon, 25 Jan 2021 05:21 PM (IST)
उत्तर प्रदेश में ‘थानेदार’ बेटी ने हेलमेट न पहनने पर पिता का काटा चालान
ऊसराहार थाने में पुलिस कर्मियों के साथ भ्रमण करती हुई आकांक्षा।

इटावा, जेएनएन। कहने को तो सभी सरकारी और गैर सरकारी विभाग के अफसर अपने कर्तव्य के प्रति निष्ठावान होते हैं। परंतु सभी विभागों से अलग एक पुलिस विभाग है जहां न केवल पुलिस कर्मी अपनी निष्ठा का अपितु निष्पक्ष व तटस्थ होकर कार्रवाई भी करते हैं। पुलिस विभाग की इसी निष्ठा को आत्मसात करते हुए बीएससी की छात्रा आकांक्षा ने नजीर पेश कर दी। आकांक्षा ने वाहन चेकिंग के दौरान बिना हेलमेट दिखे अपने पिता का भी चालान काट दिया। इसके अलावा बाजार में दुकानदारों के अतिक्रमण से मुक्ति से लेकर थाने में आने वाले फरियादियों की शिकायत पर त्वरित कार्रवाई पर आकांक्षा का जोर रहा। 

परिवार की भलाई के लिए हेलमेट लगाने का दिया संदेश 

बालिका दिवस पर थाना ऊसराहार में थाना प्रभारी पद पर आकांक्षा गुप्ता तो सब इंस्पेक्टर पद पर कृति ने कार्यभार संभाला। आकांक्षा ने  थाने का निरीक्षण किया। सभी पुलिसकर्मियों से परिचय प्राप्त करने के बाद थाने में फरियाद लेकर आए भोले सक्सेना के प्रार्थना पत्र पर सब इंस्पेक्टर धर्मेंद्र शर्मा को आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए। थाना प्रभारी अमरपाल सिंह और पुलिस कर्मियों के साथ कस्बा में गश्त भी की। वाहन चेकिंग के दौरान आकांक्षा ने बाइक पर बिना हेलमेट जा रहे पिता अरविंद गुप्ता को भी रुकवाया और चालान काटने के निर्देश दिए। भविष्य में परिवार की भलाई के लिए हेलमेट लगाकर ही बाइक चलाने की सलाह दी। इस पर अरविंद ने बेटी के समक्ष आगे से ऐसी गलती दोबारा नहीं करने की शपथ ली।

आकांक्षा ने कहीं ये बातें 

आकांक्षा थाना प्रभारी बनाए जाने पर बेहद खुश दिखी। उसने कहा कि पुलिस के कामकाज को नजदीक से जानने का मौका मिला और पुलिस को लेकर सोच सकारात्मक बनी। बोली, समाज अब बेटियों को बोझ नहीं समझ रहा है। बेटियां भी अब कदम से कदम मिलाकर समाज और राष्ट्र के लिए बराबर कार्य कर रही हैं। उन्होंने थाने का निरीक्षण किया, प्रार्थना पत्रों पर त्वरित कार्रवाई करने और पीडि़तों को हर संभव मदद दिलाने को कहा है। दोपहिया वाहन चालकों से अपने परिवार के हितों की रक्षा के लिए हेलमेट लगाकर वाहन चलाने और कानून का पालन करने की अपील की। 

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