बार एसोसिएशन ने शुरू की पहल, कचहरी के तोपवाला गेट का अब ये होगा नाम
न्यायालय बंद होते ही कचहरी परिसर के अंदर अराजक तत्वों का जमावड़ा लग जाता है। वकीलों के चेंबर से चोरी जैसी घटनाएं भी आम बात हैं। यहां तक के तीन साल पहले जेल से फरार हुए दो कैदी भी रात भर यहीं शरण लिए।
कानपुर, जेएनएन। कचहरी परिसर को तोपवाला गेट काफी मशहूर है। कचहरी से थोड़ा भी परिचय रखने वाला व्यक्ति इस प्रवेश द्वार को आसानी से जानता और पहचानता है, लेकिन अब यह प्रवेश द्वार डॉ. भीमराव अंबेडकर द्वार बन जाएगा। इसके लिए बार एसोसिशन ने कवायद शुरू कर दी है। इसके साथ ही तीन और दूसरे प्रवेश द्वार पर भी गेट लगाकर परिसर को सुरक्षित करने की तैयारी की जा रही है।
न्यायालय बंद होते ही कचहरी परिसर के अंदर अराजक तत्वों का जमावड़ा लग जाता है। वकीलों के चेंबर से चोरी जैसी घटनाएं भी आम बात हैं। यहां तक के तीन साल पहले जेल से फरार हुए दो कैदी भी रात भर यहीं शरण लिए। चूंकि प्रवेश द्वार सही न होने और सुरक्षा की कमी के चलते परिसर में कई बार ऐसी घटनाएं होती हैं। इसे संज्ञान में लेते हुए बार एसोसिएशन के महामंत्री राकेश तिवारी ने तोप वाले गेट, तहसील गेट समेत अन्य दूसरे प्रवेश द्वारों पर गेट लगाने की तैयारी की है। इसकी घोषणा भी उन्होंने शपथ ग्रहण समारोह में की थी।
पूर्व कार्यकारिणी से महामंत्री कपिल दीप ने डीएम को पत्र भेजकर इसकी अनुमति मांगी थी लेकिन उनके कार्यकाल में यह योजना मूर्तरूप नहीं ले सकी। अब एक बार फिर कचहरी परिसर की सुरक्षा को लेकर कवायद शुरू की गई है। प्रवेश द्वार लगने के बाद कचहरी में रात तक लगने वाला अराजक तत्वों का जमावड़ा रूकेगा वहीं चोरी जैसे घटनाएं भी बंद हो जाएंगी।