Kanpur में Govind nagar की मलिन बस्तियों का होगा सर्वे, अध्याशी को भेजा जाएगा टैक्स, पार्षद ने महापौर को भेजा प्रस्ताव
वर्ष 2003 में धर्मेंद्र नगर रामआसरे नगर शिवनगर गोपालनगर संजयनगर आंबेडकर नगर मलिन बस्तियों के लोगों ने फॉर्म में अपने घर की पूरी जानकारी दी थी। नगर निगम 570 भवनों को टैक्स भेज रहा था। इनमें 80 फीसद टैक्स की रसीदों में नाम व पता गलत दर्ज है।
कानपुर, जेएनएन। गोविंदनगर की छह मलिन बस्तियों के मकानों में नगर निगम द्वारा गलत टैक्स भेज दिए गए थे। इस वजह से लोग टैक्स नहीं जमा कर रहे थे। अब नगर निगम दोबारा सर्वे कर अध्याशी को टैक्स भेजेगा। क्षेत्रीय राहुल तिवारी ने बताया कि सिंचाई विभाग की जमीन पर कई वर्षों से रहे लोगों ने वर्ष 2003 में नगर निगम की सरल कर योजना के तहत धर्मेंद्र नगर, रामआसरे नगर, शिवनगर, गोपालनगर, संजयनगर, आंबेडकर नगर मलिन बस्तियों के लोगों ने फॉर्म में अपने घर की पूरी जानकारी दी थी। इसमें कितने कमरे, कितना गज व नंबर फॉर्म में लिखकर दिया था। नगर निगम की ओर से 570 भवनों को अब टैक्स भेजा दिया जाता है। इसमें से 80 फीसद टैक्स की रसीदों में नाम और पता गलत दर्ज है। उन्होंने इस संबंध में जोनल अधिकारी से शिकायत की थी। वहीं, बिल संसोधन के लिए नगर निगम अधिकारी द्वारा जमीन से जुड़े सरकारी कागज मांगे जा रहे थे, लेकिन समस्या से छुटकारा पाने के लिए अब नगर निगम फिर से सर्वे कर टैक्स अध्याशी को भेजकर टैक्स वसूलेगा। इसके लिए पार्षद गिरीश चंद्रा ने महापौर प्रमिला पांडेय को प्रस्ताव भेजा है।
यह है सरल कर योजना
इस योजना के तहत नहर पटरी किनारे रह रहे लोगों को सुविधा देने के लिए फॉर्म भरवाया गया था, लेकिन इसमें यह था कि जिस विभाग की जमीन होगी। वह कभी भी गिरा कर अपना स्वामित्व ले सकता है।
किस बस्ती में कितनी है आबादी
धर्मेंद्र नगर 1700
रामआसरेनगर 500
गोपालनगर 300
शिवनगर 500
संजयनगर 2000
आंबेडकरनगर 1200
इनका है कहना
मुख्यालय से प्रस्ताव मिला तो बस्ती का सर्वे कर अध्याशी को टैक्स भेजा जाएगा। इस संबंध में पार्षद द्वारा प्रार्थना पत्र दिया जा चुका है। - स्वर्ण सिंह, जोनल अधिकारी, जोन पांच