युवाओं काे नौकरी देने योग्य बनाएगा एमएसएमई विकास संस्थान, 22 मार्च तक की है कार्यशाला
एमएसएमई विकास संस्थान में आत्मनिर्भर भारत के तहत प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसके बाद युवा स्वरोजगार के साथ दूसरों को भी काम देने में सक्षम होंगे। इस समय कार्यशाला में केमिकल से उत्पाद बनाने के गुर सीख रहे हैं।
कानपुर, जेएनएन। एमएसएमई विकास संस्थान युवाओं को, उद्योग स्थापित कर आत्मनिर्भर एवं दूसरों को रोजगार देने लायक बनाने की तैयारी में जुट गया है। ऐसे युवाओं को केमिकल व खाद्य प्रसंस्करण की बारीकियां सिखाने के लिए 11 फरवरी से कार्यशाला शुरू हो गई है, जो 22 मार्च तक चलेगी। इस कार्यशाला में विशेषज्ञ सुभाष चंद्र इन अभ्यर्थियों को केमिकल से उत्पाद व खान पान की चीजें बनाना सिखा रहे हैैं।
उन्हें विभिन्न केमिकल से फिनाइल, साबुन व रूम फ्रेशनर समेत अन्य घरेलू जरूरतों के लिए उत्पाद बनाने के लिए दिए जाने वाले 40 दिन के प्रशिक्षण कार्यक्रम में औद्योगिक इकाइयों में काम करने के तरीके सीखने का अनुभव भी शामिल होगा। उत्पादों का बाजार बनाने का हुनर भी बताएंगे। उप निदेशक अजय वाजपेयी ने बताया कि इस कार्यशाला में उन्हें कम समय में व आसान तरीके से यह घरेलू उत्पाद बनाने सिखाए जाएंगे जिससे वह स्वरोजगार स्थापित कर सकें।
उन्हें दाल, चावल, आलू, कच्चा केला, लौकी व पपीता समेत खाने की अन्य चीजों से चकली, पापड़, मठरी व दूसरे पैकेङ्क्षजग आइटम बनाना सिखाया जाएगा। इससे वह अपना लघु उद्योग स्थापित करने के साथ दूसरों के लिए भी रोजगार का जरिया बन सकेंगे। कार्यशाला के पहले चरण में 25 अभ्यर्थियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। मार्च माह के बाद प्रशिक्षण का दूसरा चरण शुरू होगा।