केंद्रीय राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल ने दिया बयान, कानपुर के उद्यमियों का हित सरकार की प्राथमिकता

केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल शनिवार को उप्र चर्म निर्यात परिषद द्वारा आयोजित अंतरराष्ट्रीय रिसर्च लैब के शिलान्यास में पहुंची। इसदौरान उन्होंने कहा कि वैश्विक बाजार की प्रतिस्पर्धा को देखते हुए बाजार में उत्पादों की गुणवत्ता बनाए रखना बेहद जरूरी है।

By Shaswat GuptaEdited By: Publish:Sat, 23 Oct 2021 10:28 PM (IST) Updated:Sat, 23 Oct 2021 10:28 PM (IST)
केंद्रीय राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल ने दिया बयान, कानपुर के उद्यमियों का हित सरकार की प्राथमिकता
लैंडमार्क होटल में चर्म निर्यात परिषद द्वारा आयोजित कार्यक्रम में बोलतीं वाणिज्य और उद्योग विभाग की केंद्रीय राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल।

कानपुर, जेएनएन। देश की लेदर इंडस्ट्री में कानपुर की महत्वपूर्ण भूमिका है। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि सरकार यहां के उद्यमियों की जरूरतों का ध्यान रखकर नीतियां बना रही है। एक जिला एक उत्पाद योजना इसी का परिणाम है। सरकार चमड़ा उद्योग की समस्याओं का हर संभव निदान कर रही है। ये बातें केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल ने उप्र चर्म निर्यात परिषद द्वारा होलट लैंडमार्क में आयोजित अंतरराष्ट्रीय रिसर्च लैब के शिलान्यास समारोह में कहीं।

केंद्रीय राज्यमंत्री ने कहा कि वैश्विक बाजार की प्रतिस्पर्धा को देखते हुए बाजार में उत्पादों की गुणवत्ता बनाए रखना बेहद जरूरी है। उन्नाव के बंथरा में बनी अंतरराष्ट्रीय रिसर्च लैब इसमें काफी हद तक सहायक होगी। उत्पादन के साथ एक्सपोर्ट को भी बढ़ावा देना है। केंद्र और राज्य सरकार इसमें परस्पर समन्वय के साथ काम कर रहीं हैं। उन्होंने उद्यमियों की समस्याओं के समाधान का भरोसा दिया। उप्र चर्म निर्यात परिषद के चेयरमैन संजय लीखा ने कहा कि सरकार ने उद्योगों के लिए चार सौ बिलियन डालर का लक्ष्य निर्धारित किया है जिसमें चमड़ा उद्योग के लिए 5.89 बिलियन डालर का लक्ष्य तय है। वर्ष 2025 तक इस लक्ष्य को 10 बिलियन डालर निर्यात का रखा गया है। इसके लिए बड़े ब्रांड या ओवरसीज बाजार में दखल बढ़ाने के लिए सरकार को चमड़ा उद्योग के लिए रियायतें देनी होंगी। केएलसी के चेयरमैन मुख्तारुल अमीन ने कहा कि इस इंडस्ट्री में 90 फीसद ऐसे कारोबारी हैं जिन्होंने छोटे काम से शुरूआत की थी लेकिन आज निर्यातक बन गए हैं। इनमें ज्यादातर सैडलरी अधिक निर्यात करते हैं। उन्होंने कहा चर्म उद्योग में आज भी प्रशिक्षित लोगों की कमी है।एक ट्रेङ्क्षनग सेंटर था लेकिन उसे एफडीआइ ने ले लिया।उन्होंने प्रशिक्षण केंद्र खोलने की मांग की।उन्होंने कहा कि कंपोनेंट इंडस्ट्री आज भी पूरी तरह से चीन पर निर्भर है।वर्तमान में यह 30 फीसद है जिसे 50 फीसदी तक बढ़ाया जाना चाहिए ताकि उत्पादों पर हम आत्मनिर्भर बन सकें। दुनिया के अधिकतर देश चीन की बजाय भारत के साथ काम करना चाहते हैं ऐसे में सरकार को यह अवसर गंवाना नहीं चाहिए।कार्यक्रम के दौरान सेंट्रल लेदर रिसर्च इंस्टीट्यूट के निदेशक केजे श्रीराम और केएलसी के चेयरमैन मुख्तारुल अमीन ने लैब संचालन के लिए एमओयू पर हस्ताक्षर किए।इस अवसर पर कारागार एवं लोक सेवा प्रबंधन राज्य मंत्री जय कुमार सिंह जैकी, चर्म निर्यात परिषद के उपाध्यक्ष आरके जालान, क्षेत्रीय अध्यक्ष जावेद इकबाल, सीएलआरआई के कार्यकारी निदेशक आर सेलवम, अनवारूल हक, पीआर अकील अहमद, जफर फिरोज, ताज आलम, ओपी पांडेय, आलोक श्रीवास्तव उपस्थित रहे।

अंतरराष्ट्रीय रिसर्च लैब से होगा फायदा: उन्नाव के बंथरा में यह लैब स्थापित होगी। लैब का उद्यमियों को बड़ा फायदा मिलेगा।चमड़ा उद्योग से जुड़े हर उत्पाद की जांच यहीं हो जाएगी। अभी तक इस जांच के लिए दूसरे राज्यों में सैंपल भेजा जाता था जिसमें वक्त और लागत दोनों लगती थी।कच्चे चमड़े तो तैयार करने के उपयोग में आने वाले रसायन, उनके प्रभाव आदि की जांच और उसके परिणाम समय से उद्यमियों को मिल जाएंगे।

25 सीटों पर चल रही बात, मिलकर लड़ेंगे चुनाव: उत्तर प्रदेश के आगामी विधान सभा चुनाव में अपना दल (एस) भाजपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगा और सरकार बनाएगा। शनिवार को कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग राज्यमंत्री और अपना दल (एस) की राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल ने वार्ता के दौरान यह बात कही।उन्होंने कहा कि गठबंधन 350 से ज्यादा सीटें जीतेगा। उन्होंने इशारों में साफ किया कि भाजपा से 25 सीटों पर बात चल रही है।जल्द ही इसे लेकर रणनीति साफ हो जाएगी।कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका वाड्रा द्वारा महिलाओं को 40 फीसदी टिकट देने के निर्णय को अच्छा बताया। कहा, सार्वजनिक जीवन से राजनीति में आकर कोई भी लड़ाई लड़ सकता है।शहर में बंद हो चुकी टेनरियों के सवाल पर वह चुप्पी साध गयीं। 

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