कानपुर में दुकानदारों ने कहा... जो Mistake दूसरी बार हुई उसे तीसरी बार नहीं होने देंगे
कुछ जगह जहां बाहर व्यवस्था नहीं है वहां दुकानदार ग्राहक के आते ही उसके हाथों को खुद ही सैनिटाइज करा देते हैं। जिन दुकानों में ग्राहकों के अंदर आने की जरूरत नहीं है और बाहर ही काउंटर से बिक्री होती है
कानपुर, जेएनएन। गंगा मेला के बाद जब अप्रैल में बाजार दोबारा खुले थे तो कोरोना का संक्रमण शहर में बढऩे लगा था, लेकिन बाजारों में काफी लापरवाही हुई। ज्यादातर बाजारों में दुकानदार ना तो मास्क लगा रहे थे और ना ही इसके लिए ग्राहकों से कह रहे थे। सैनिटाइजर और अन्य सुरक्षा तो दूर की बात थी। शारीरिक दूरी के नियमों को तो माना ही नहीं जा रहा था। इसका असर बाजारों के साथ ही पूरे शहर में दिखा। शहर में जिस तरह से कोरोना संक्रमण फैला उससे सबक लेते हुए अब बाजारों में अधिकांश दुकानदार अपनी और अपने स्टाफ की सुरक्षा कोरोना से बचाव के मानकों का पालन करते हुए दिखने लगे हैं। इसका एक कारण यह भी है कि पिछले एक वर्ष में बाजारों ने काफी कुछ खोया है, इसमें बिक्री तो है ही अपने साथी भी हैं। व्यापारियों का कहना है कि अब तीसरी लहर में फिर वह स्थिति नहीं होनी चाहिए।
नवीन मार्केट में दुकानदार खुद एकदूसरे को कर रहे सचेत : नवीन मार्केट शहर का सबसे महत्वपूर्ण बाजार है। इस बाजार में सुबह से देर शाम तक ग्राहकों की चहल पहल रहती थी। कोरोना की वजह से ग्राहकों की संख्या जरूर कम हुई है लेकिन दुकानदारों ने कोरोना से सुरक्षा को लेकर अपनी तैयारियों को लगातार मजबूत कर रखा है। दुकानों पर ग्राहकों के पहुंचने के बाद थर्मल स्कैनिंग करने के बाद ही उन्हेंं प्रवेश दिया जा रहा है।
लालबंगला बाजार में भीड़ पर दुकानों में शारीरिक दूरी के मानक : लालबंगला बाजार अपनी भीड़ के लिए जाना जाता है। सड़क किनारे लगने वाली दुकानों पर यहां अब भी ग्राहकों की खूब भीड़ नजर आ रही है लेकिन यह भीड़ बाहर सड़क की दुकानों में ही नजर आती है। दुकानों में पहुंचते ही स्थितियां काफी बदली होती हैं। अधिकांश दुकानों में मास्क जरूरी है और शारीरिक दूरी का पालन करना भी। कुछ लोगों ने पालीथीन की शीट लगा रखी है तो किसी ने काउंटर के सामने प्लास्टिक की शीट।
गोविंद नगर में हाथों को पहले करा रहे सैनिटाइज : शहर के दक्षिणी हिस्से का गोविंद नगर सबसे बड़ा बाजार है। यह कपड़ा, फुटवियर, सराफा, रेडीमेड गारमेंट का बड़ा बाजार है। इसके अलावा मोबाइल फोन का भी प्रमुख बाजार है। यहां ज्यादातर दुकानदारों ने दुकान के बाहर ही सैनिटाइजर की व्यवस्था कर रखी है। कुछ जगह जहां बाहर व्यवस्था नहीं है, वहां दुकानदार ग्राहक के आते ही उसके हाथों को खुद ही सैनिटाइज करा देते हैं। जिन दुकानों में ग्राहकों के अंदर आने की जरूरत नहीं है और बाहर ही काउंटर से बिक्री होती है, वहां काउंटर के आगे ही रस्सी लगा दी गई है।
दुकानें खुलने का समय बढ़ाने की मांग : अभी शाम को सात बजे तक दुकानें खोलने की अनुमति है। शाम को पांच बजे के बाद से ही लोग बाजार से लौटने लगते हैं, इसकी वजह से भीड़ बहुत ज्यादा हो जाती है। इसलिए बाजार खुलने का समय बढ़ाया जाए ताकि शाम को चौराहों पर बढऩे वाली भीड़ कुछ कम हो।