कानपुर के हटिया में चार मंजिला मकान ढहा, मां-बेटी फंसी; राहत कार्य जारी
Mishap in UP बारिश कानपुर में गुरुवार देर रात कहर बन गई। यहां पर चार मंजिला पुरानी इमारत के गिर जाने के कारण उसमें कई लोगों के दबे होने की आशंका है।
कानपुर, जेएनएन। भादों में लगातार बारिश कानपुर में गुरुवार देर रात कहर बन गई। भारी बारिश के चलते हटिया के बक्सा बाजार में एक चार मंजिला मकान गुरुवार की रात भरभराकर ढह गया। मकान में रहने वाले अन्य सदस्य तो सकुशल बाहर निकल आए, लेकिन सबसे ऊपरी मंजिल पर रहने वाली मां-बेटी फंस गई। यहां पर चार मंजिला पुरानी इमारत के गिर जाने के कारण उसमें कई लोगों के दबे होने की आशंका है। क्षेत्र में राहत कार्य जारी है।
कानपुर में बारिश के बाद गुरुवार देर रात मूलगंज थाना क्षेत्र में एक चार मंजिला इमारत गिर गई। एसएसपी कानपुर नगर प्रीतिंदर सिंह का कहना है कि इसके मलवे में एक महिला और एक लड़की के फंसे होने की आशंका है। यहां पर काफी तंग इलाके में इस जर्जर भवन के गिरने के कारण अब राहत व बचाव का काम चल रहा है। सूचना मिलते ही रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची और मलबा हटाने का काम शुरू कर दिया गया है। हालांकि मलबे में फंसी मां-बेटी की अब तक कोई पता नहीं चला है। उनके साथ किसी अनहोनी से इंकार नहीं किया जा सकता है। रात होने की वजह से रेस्क्यू में भी बाधा पहुंच रही थी।
बक्सा बाजार में स्वर्गीय रामचंद्र गुप्ता ने करीब 100 साल पहले चार मंजिला मकान बनवाया था। ग्राउंड फ्लोर खाली पड़ा है, जिसमें रामचंद्र गुप्ता के सबसे बड़े बेटे उमा शंकर गुप्ता का कब्जा है। उमा शंकर पड़ोस में ही एक दूसरे मकान में परिवार के साथ रहते हैं। पहले मंजिल पर दूसरे बेटे गणेश शंकर गुप्ता रहते हैं। इनकी पत्नी का देहांत का हो चुका है और इकलौती बेटी की शादी हो चुकी है। यह अपने हिस्से में अकेले ही रहते थे। दूसरी मंजिल पर प्रेम शंकर गुूप्ता पत्नी, पांच बेटों, दो बेटियों व बहुओं के साथ रहते थे। सबसे ऊपरी मंजिल पर सबसे छोटे भाई रमा शंका का परिवार रहता था। रमा शंकर की एक साल पहले मृत्यु हो चुकी है। परिवार में पत्नी मीना गुप्ता, अविवाहित बेटे राहुल गुप्ता, रंकू गुप्ता व बेटी प्रीति गुप्ता हैं।
राहुल ने बताया कि मकान पुराना था। रात भर बारिश के बाद सबसे ऊंपरी मंजिल से सुबह आठ बजे तीन चार ईंटें गिरी थी। उन लोगों ने इस पर गंभीरता नहीं दिखाई। रात को वह दूध लेने गया गया था, जबकि भाई भी घर से बाहर था। चार साढ़े आठ बजे फिर से ईंटें गिरी तो चाचा गणेश शंकर ने चिल्लाकर सभी स्वजनों को बाहर निकलने को कहा। पूरा घर खाली हो गया। बताया जा रहा है कि मीना और प्रीति भी नीचे उतर आई, लेकिन इसी बीच मां-बेटी पता नहीं किस कारण से दोबार मकान के अंदर चली गई। अगले पांच मिनट बाद यकायक पूरा मकान भरभराकर ऊपर से नीचे तक ढह गया। माना जा रहा है कि मीना और प्रीति मलवे में ही फंस गई। सूचना पर पुलिस, प्रशासन के साथ रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची।
एसएसपी कानपुर नगर प्रीतिंदर सिंह का कहना है कि इसके मलवे में एक महिला और एक लड़की के फंसे होने की आशंका है। यहां पर काफी तंग इलाके में इस जर्जर भवन के गिरने के कारण अब राहत व बचाव का काम चल रहा है। मलवा साफ करने के साथ ही बचाव के काम में सेना की एक टीम को ऑपरेशन में शामिल होने के लिए बुलाया गया है। रेस्क्यू में शामिल अफससरों के मुताबिक मकान के अंदर से कोई चीख पुकार नहीं आ रही है। इससे मां-बेटी के साथ अनहोनी की आशंका है। हालांकि जब तक मलवा हटाकर उन तक नहीं पहुंचा जाता कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी। मलवा साफ करने के साथ ही बचाव के काम में सेना की एक टीम को ऑपरेशन में शामिल होने के लिए बुलाया गया है।