बारिश का कहर: फतेहपुर में झमाझम बारिश से ढह गए चार कच्चे घर, मलबे में दबकर वृद्ध की गई जान
कल्यानपुर थाने के गूंझी गांव निवासी 71 वर्षीय पूसूपाल ने मिट्टी की दीवार बना छप्पर डाल कर उसमें आशियाना बना रखा है। रविवार सुबह वह डेयरी में दूध देकर घर आया और मिट्टी की दीवार के किनारे बैठ गया।
फतेहपुर, जेएनएन। लगातार हो रही झमाझम बारिश की गाज कच्चे घरों पर गिर रही है। जिले में हुई घर गिरने की चार घटनाओं में एक वृद्ध की मौत हो गई जबकि तीन गरीब परिवार बेघर होकर दाने-दाने को मोहताज हो गए। घरगिरी में उनका अनाज व घरेलू सामान दबकर तहस-नहस हो गया। हालांकि खबर पाकर पहुंचे राजस्व टीम जांच पड़ताल कर रही है।
कल्यानपुर थाने के गूंझी गांव निवासी 71 वर्षीय पूसूपाल ने मिट्टी की दीवार बना छप्पर डाल कर उसमें आशियाना बना रखा है। रविवार सुबह वह डेयरी में दूध देकर घर आया और मिट्टी की दीवार के किनारे बैठ गया। तभी बारिश के दौरान छप्पर के साथ दीवार ढहकर उस पर गिर पड़ी। परिवार के अन्य सदस्य बाल बाल बच गए, लेकिन वृद्ध मलबा में दब गया। आवाज सुनकर पहुंचे पड़ोसियों ने मलबे को हटाकर वृद्ध को बाहर निकाला, तब तक वृद्ध की मौत हो चुकी थी। दिवंगत की पुत्री संतोषी की सूचना पर तहसीलदार चंद्र शेखर यादव व थाना प्रभारी केशव वर्मा मौके पर पहुंचे। दिवंगत वृद्ध के चार पुत्र व दो पुत्री हैं। दिवंगत अपनी पुत्री संतोषी के साथ रहता था। तहसीलदार ने बताया कि परिवार को शासन द्वारा मिलने वाली आर्थिक मदद दी जाएगी। उधर असोथर थाने के कंसापुर गांव निवासी मंगल रैदास की जर्जर कालोनी में ढहकर गिर गई जिससे उसका घरेलू सामान अनाज, कपड़े आदि दब गया और वह बेघर होकर दाने दाने को मोहताज हो गया। इसी तरह असोथर थाने के अभभी का डेरा निवासी रामकिशोर की कच्ची छत ढहकर गिर गई जिससे पीडि़त बेघर हो गया। थरियांव थाने के किशनपर निवासी जियालाल की दीवार गिरने से भैंस दबकर मर गई।