Misdeed in Kannauj: छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म का मुख्य आरोपित गोरखपुर से गिरफ्तार, फोन की लोकेशन ट्रेस कर पुलिस ने पकड़ा
तिर्वा क्रासिंग स्थित नीलमणि कैफे में 13 सितंबर को कागजों की फोटो कापी कराने गई छात्रा के साथ दुष्कर्म करने में मुख्य हाथ नारेंद्र का ही था। पुलिस लाइन के पास ग्राम जुकइया निवासी नारेंद्र कैफे संचालक नीलेश का मित्र था और उसने पहले छात्रा को प्रेमजाल में फंसाया।
कन्नौज, जेएनएन। कैफे में छात्रा के साथ सामूहिक दुष्कर्म के मुख्य आरोपित नारेंद्र को पुलिस ने गोरखपुर से गिरफ्तार कर लिया। उसने अपना मोबाइल फोन बंद कर लिया, लेकिन दूसरे नंबर से जब पत्नी से बात की तो उसकी लोकेशन ट्रेस हो गई। इसी आधार पर रात में स्वाट टीम ने उसे पकड़ लिया। अब इस मामले में चारों आरोपितों की गिरफ्तारी हो चुकी है। वहीं, रात में डीजीपी कंट्रोल से इस घटना को लेकर जानकारी ली गई और एसपी को कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए।
शहर के तिर्वा क्रासिंग स्थित नीलमणि कैफे में 13 सितंबर को कागजों की फोटो कापी कराने गई छात्रा के साथ दुष्कर्म करने में मुख्य हाथ नारेंद्र का ही था। पुलिस लाइन के पास ग्राम जुकइया निवासी नारेंद्र कैफे संचालक नीलेश का मित्र था और उसने पहले छात्रा को प्रेमजाल में फंसाया। इसके बाद कैफे के अंदर बनी केबिन में दोस्तों के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया और अपने जीजा से उसका वीडियो बनवा लिया था। छात्रा को वीडियो वायरल करने की धमकी के साथ दस हजार रुपये की मांग की गई तो उसने अपने पापा के रुपये चुराकर दे दिए। जब छात्रा के घर में रूपये चोरी होने के बारे में पूछताछ की गई तो उसने घटना के बारे में बता दिया। पुलिस ने कैफे संचालक नीलेश दुबे, रामदास व कमल को रविवार को ही गिरफ्तार कर लिया था, जबकि नारेंद्र के बारे में कोई पता नहीं चला। उसका मोबाइल फोन बंद था तो पुलिस ने पत्नी का मोबाइल नंबर सर्विलांस पर लगा दिया। शाम को उसने किसी दूसरे के मोबाइल फोन से पत्नी से बात की, जिससे उसकी लोकेशन पहले बस्ती जिले में मिली। रात में दोबारा बात की तो लोकेशन गोरखपुर में ट्रेस हो गई। रात में पुलिस की स्वाट टीम गोरखपुर गई और नारेंद्र को वहां पकड़ लिया। अब पुलिस उसे कोतवाली ला रही है। कोतवाली प्रभारी प्रेमसिंह राजपूत ने बताया कि छात्रा की मेडिकल रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।
इनका ये है कहना:
सामूहिक दुष्कर्म मेें नामजद चारों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया है। अब उन्हें जेल भेजा जाएगा। इसके बाद रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी तथा साक्ष्य एकत्र किए जाएंगे। - प्रशांत वर्मा, पुलिस अधीक्षक