कानपुर में एमआइएस पोर्टल से रुकेगा वेतन बिल का फर्जीवाड़ा, डीआइओएस कार्यालय में शुरू हुआ काम

वेतन से जुड़ी हर दिक्कत खत्म हो जाए इसके लिए अब डीआइओएस कार्यालय में एमआइएस पोर्टल पर काम शुरू हो गया है। अब विभागीय अफसरों व कर्मियों का कहना था इस पोर्टल से काम करने में पूरी तरह से पारदर्शिता रहेगी।

By Shaswat GuptaEdited By: Publish:Sun, 11 Apr 2021 05:32 PM (IST) Updated:Sun, 11 Apr 2021 05:32 PM (IST)
कानपुर में एमआइएस पोर्टल से रुकेगा वेतन बिल का फर्जीवाड़ा, डीआइओएस कार्यालय में शुरू हुआ काम
कानपुर में वेतन बिल का फर्जीवाड़्रे से संबंधित प्रतीकात्मक तस्वीर।

कानपुर, जेएनएन। भले ही अभी तक डीआइओएस कार्यालय से वेतन बिल का फर्जीवाड़ा होता रहा हो, हालांकि अब इस पर अंकुश लगेगा। सरकार की ओर से परीक्षण के तौर पर तैयार किए गए एमआइएस पोर्टल पर सभी लेखाधिकारी व विभागीय कर्मियों को काम करना होगा। इस सॉफ्टवेयर में वेतन से जुड़ी हर जानकारी होगी, और जैसे ही जिस कॉलेज का बिल तैयार हो जाएगा वैसे ही कॉलेज प्रबंधक व प्रधानाचार्य के पास इसकी सूचना मैसेज से पहुंच जाएगी। दरअसल कुछ माह पहले श्री मुनि इंटर कॉलेज समेत तीन अन्य कॉलेजों में करोड़ों रुपये का वेतन बिल घोटाला हुआ था। इसके बाद करीबन हर माह शिक्षक अपने वेतन को लेकर परेशान रहते। वह इसका ठीकरा लेखा विभाग पर फोड़ते और नाराजगी जताते। हालांकि वेतन से जुड़ी हर दिक्कत खत्म हो जाए, इसके लिए अब डीआइओएस कार्यालय में एमआइएस पोर्टल पर काम शुरू हो गया है। अब विभागीय अफसरों व कर्मियों का कहना था, इस पोर्टल से काम करने में पूरी तरह से पारदर्शिता रहेगी। किस कॉलेज में कितने शिक्षकों व कर्मियों का बिल तैयार हुआ, इसकी जानकारी एक क्लिक पर मिल सकेगी।

इनका ये है कहना

प्रदेश भर में परीक्षण के तौर पर एमआइएस पोर्टल का उपयोग शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं। उसी के तहत डीआइओएस कार्यालय में काम शुरू करा दिया गया है। यह शासन का एक बेहतर प्रयास है। - अखिल सिंह, लेखाधिकारी

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