रानी घाट पर गंगा में हो रहे खनन की जांच पर अफसरों ने साधी चुप्पी, सांसद भोले जिपं बैठक में उठा चुके मुद्​दा

पट्टाधारक द्वारा पटरा लगाकर ट्रकों से की जा रही बालू की ओवरलोडिंग। बालू खनन में हो रहे खेल का मुद्दा दैनिक जागरण ने उठाया था। इसके बाद खनन विभाग की सचिव डॉ. रोशन जैकब ने बंदी माता घाट जाकर जांच की और वहां पर उन्होंने खनन को रोक दिया था।

By Shaswat GuptaEdited By: Publish:Sat, 23 Jan 2021 07:32 AM (IST) Updated:Sat, 23 Jan 2021 07:32 AM (IST)
रानी घाट पर गंगा में हो रहे खनन की जांच पर अफसरों ने साधी चुप्पी, सांसद भोले जिपं बैठक में उठा चुके मुद्​दा
कानपुर हो रहे खनन से संबंधित सांकेतिक चित्र।

कानपुर, जेएनएन। शासन की सख्ती के बाद भी ओवरलोडिंग का खेल चल रहा है। खनन सचिव डॉ. रोशन जैकब ने बालू , मौरंग खदानों से निकलने वाले ट्रकों और डंपर की जांच कर ओवरलोडिंग पकडऩे और जुर्माना लगाने के आदेश दिए हैं, लेकिन उनके निरीक्षण के बाद रानी घाट के समीप लोधवाखेड़ा में हो रहे खनन स्थल से बालू लादकर जा रहे ट्रकों की जांच ही नहीं की गई। रानीघाट पर ओवरलोडिंग का मुद्दा जिला पंचायत की बैठक में सांसद देवेंद्र सिंह भोले ने भी उठाया था और अब तक हुई कार्रवाई का विवरण मांगा था, लेकिन इस पर भी अमल नहीं हुआ।

जिला पंचायत की अध्यक्ष के आदेश के बाद भी नतीजा सिफर

बालू खनन में हो रहे खेल का मुद्दा दैनिक जागरण ने उठाया था। इसके बाद खनन विभाग की सचिव डॉ. रोशन जैकब ने बंदी माता घाट जाकर जांच की और वहां पर उन्होंने खनन को रोक दिया था। साथ ही पूर्व में लगाए गए जुर्माने की राशि को अदा करने का आदेश दिया था। इसी तरह उन्होंने रानी घाट पर भी ओवरलोडिंग की आशंका जाहिर करते हुए जांच के आदेश दिए थे, लेकिन खनन विभाग या राजस्व विभाग के अफसर तो अभी खामोश हैं। उन्हेंं समय ही नहीं मिला जांच के लिए, जबकि कहीं और जांच के लिए ये अफसर गए भी नहीं। ओवरलोडिंग की वजह से सड़कें भी टूट रही हैं। यही वजह है कि जिला पंचायत की बैठक में जिला पंचायत सदस्यों और सांसद भोले ने मुद्दा उठाया तो अध्यक्ष पुष्पा कटियार ने कार्रवाई का आदेश भी दिया पर नतीजा सिफर रहा। खनन निरीक्षक केवी सिंह का कहना है कि एक दो दिनों में बालू लेकर आने वाले ट्रकों की जांच की जाएगी। गड़बड़ी पर नियम के अनुरूप कार्रवाई होगी।

वाहनों में कितनी बालू की ओवरलोडिंग

 छह चक्का ट्रक में 19 मीट्रिक टन की जगह 30 से 35 मीट्रिक टन  10 चक्का ट्रक में 28 मीट्रिक टन की जगह 40 से 45 मीट्रिक टन  12 चक्का ट्रक में 36 मीट्रिक टन की जगह 50 से 65 मीट्रिक टन  14 चक्का ट्रक में 43.5 मीट्रिक टन की जगह 65 से 75 मीट्रिक टन - 18 चक्का ट्रक में 47. 5 मीट्रिक टन के बजाय 85 मीट्रिक टन तक बालू लादी जा रही

इनका ये है कहना 

रानी घाट पर ओवरलोडिंग और मानक के विपरीत खनन पर हुई कार्रवाई का विवरण मांगा था। अब इस मामले को शासन स्तर पर उठाऊंगा। नियम की अनदेखी पर कार्रवाई होनी चाहिए पर नहीं हो रही है। - देवेंद्र सिंह भोले, सांसद

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