नमामि गंगे में सीवर सफाई में करोड़ों रुपये खर्च, फिर भी साफ न ह सकी सीवर लाइन

नमामि गंगे परियोजना के तहत कानपुर में गंगा को साफ सुथरा रखने के लिये सरकार करोड़ों रुपया खर्च कर चुकी है लेकिन अभी भी कई स्थानों पर गंगा में दूषित पानी गिर रहा है। अभी तक सीवर सफाई का काम पूरी तरह नहीं हो सका।

By Sarash BajpaiEdited By: Publish:Tue, 02 Mar 2021 12:52 PM (IST) Updated:Tue, 02 Mar 2021 12:52 PM (IST)
नमामि गंगे में सीवर सफाई में करोड़ों रुपये खर्च, फिर भी साफ न ह सकी सीवर लाइन
कानपुर में अभी भी गंगा में गिर रहा दूषित पानी।

कानपुर, जेएनएन। गंगा सफाई के नाम पर केवल खेल हो रहा है। गंगा सफाई के तहत 34 वार्डों में भी सीवर लाइन की सफाई करायी जा रही है। 370 करोड़ रुपये से गंगा से जुड़े 34 वार्डों में सीवर लाइन साफ करायी जा रही है लेकिन अब तक सीवर सफाई का काम भी पूरा नहीं हो सका है।

नवंबर 2017 से सृष्टि कंपनी द्वारा सीवर सफाई करायी जा रही है। कोरोना काल के चलते दिसंबर 2020 तक खत्म होने वाला काम बढ़ गया है। लोग कहने लगे हैैं कि मार्च 2021 तक सीवर सफाई का काम कागज में हो जाएगा। 370 करोड़ रुपये खर्च हो जाएंगे लेकिन स्थिति यह है कि अभी तक कई इलाकों की सीवर लाइन नहीं साफ हुई है। नालों का दूषित पानी को ट्रीट करने के लिए सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट वाजिदपुर भेजने के लिए ट्रक लाइन की सफाई नहीं किए जाने के कारण ओवरफ्लो हो रही है। इसके अलावा सीवर लाइन भी नहीं साफ हुई है। इसके चलते सिविल लाइंस, वीआइपी रोड समेत कई इलाकों में पानी भर रहा है। नालियों से गंदा पानी होकर गंगा में जा रहा है। इसके अलावा बाबूपुरवा में सीवर लाइन की सफाई हुई है लेकिन अभी तक जनता को सीवर समस्या से निजात नहीं मिल पायी है। यहीं हाल गांधीनगर, चुन्नीगंज, साइकिल मार्केट, बेकनगंज समेत कई इलाकों में सीवर समस्या है। इसको लेकर लोगों में आक्रोश है। पार्षद सुहैल अहमद, नवीन पंडित, यशपाल सिंह, कीॢत अग्निहोत्री, मनोज पांडेय समेत कई पार्षदों ने नगर निगम सदन में घटिया सीवर सफाई का मामला भी उठाया है।

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