कानपुर में समाज के सजग प्रहरी ने निभाया फर्ज, किया ऐसा काम जिसकी हो रही चौतरफा प्रशंसा
सरकार ने हर ग्राम पंचायत में लगभग चार से पांच लाख रुपये खर्च कर सामुदायिक शौचालयों का निर्माण कराया है। ताकि लोगों को कोई असुविधा न हो लेकिन कुछ सामुदायिक शौचालयों में ताले लटकते रहते हैं और जिम्मेदार घरों में आराम फरमाते हुए मानदेय उठा रहे हैं।
कानपुर, जेएनएन। नर्वल के पाल्हेपुर में एक जिम्मेदार नागरिक ने अपने अधिकारों के प्रति सजगता दिखाते हुए समाज को एक आइना दिखा दिया।यदि ऐसे ही समाज के सजग प्रहरी अपने अधिकारों व कर्तव्यों के प्रति सचेत रहें तो सिस्टम में मौजूद अव्यवस्थाओं को दूर कर स्वस्थ समाज का निर्माण किया जा सकता है। इस घटना की चर्चा पूरे गांव आसपास क्षेत्र में रही।
सरकार ने हर ग्राम पंचायत में लगभग चार से पांच लाख रुपये खर्च कर सामुदायिक शौचालयों का निर्माण कराया है। ताकि लोगों को कोई असुविधा न हो, लेकिन कुछ सामुदायिक शौचालयों में ताले लटकते रहते हैं और जिम्मेदार घरों में आराम फरमाते हुए मानदेय उठा रहे हैं। दरअसल, हुआ कुछ यूं कि फतेहपुर निवासी रामदयाल पत्नी बसंती व बेटी सुलेखा के साथ पाली स्थित रिश्तेदारी में आए थे। गुरुवार शाम रामदयाल बाइक से वापस फतेहपुर जा रहे थे। पाल्हेपुर गांव के पास पहुंचने पर रामदयाल शौचालय जाना चाह रहे थे। जानकारी पर पता चला कि बगल में सामुदायिक शौचालय का निर्माण कराया गया है। रामदयाल जब वहां पहुचे तो सामुदायिक शौचालय पर ताला लगा हुआ था। मौके पर नियुक्त सफाईकर्मी भी गायब थीं। जबकि सरकार ने सामुदायिक शौचालय की देखरेख के लिए एक महिला की नियुक्ति कर रखी है। जिसे छः हजार रुपये मानदेय भी दिया जा रहा है। ताला लगा देख रामदयाल ने 112 नंबर पर शिकायत दर्ज कराई। कुछ ही मिनटों में पीआरवी 4745 मौके पर पहुंच गई । आरक्षी अरमान अली व योगेन्द्र सिंह ने ताला खुलवाकर संचालक को हिदायत दी। रामदयाल के इस जिम्मेदाराना साहसिक कदम की चर्चा पूरे गांव व क्षेत्र में रही।