आरडीएसओ के सेंसर टेस्ट से गुजरना होगा मेट्रो ट्रेन को

दीपावली से पहले मेट्रो के अधिकारियों से मिलने को आएगी टीम

By JagranEdited By: Publish:Wed, 27 Oct 2021 07:01 PM (IST) Updated:Wed, 27 Oct 2021 07:01 PM (IST)
आरडीएसओ के सेंसर टेस्ट से गुजरना होगा मेट्रो ट्रेन को
आरडीएसओ के सेंसर टेस्ट से गुजरना होगा मेट्रो ट्रेन को

- दीपावली से पहले मेट्रो के अधिकारियों से मिलने को आएगी टीम

- 10 नवंबर के करीब ट्रेन में सेंसर फिट करने आ जाएंगे अधिकारी जागरण संवाददाता, कानपुर : उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कारपोरेशन ने शहर की मेट्रो ट्रेन को डिपो में चलाकर देखना शुरू कर दिया है, लेकिन अभी असल परीक्षा बाकी है। दरअसल, मेट्रो को रिसर्च एंड डेवलपमेंट स्टैंडर्ड आर्गनाइजेशन (आरडीएसओ) के सेंसर टेस्ट से गुजरना होगा। यह टेस्ट नवंबर में होगा।

दो दिन मेट्रो को पहली बार डिपो परिसर के अंदर ही चलाकर देखा गया था। इसमें पांच, 10 और 15 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से उसको चलाया गया था। मुख्य ट्रैक पर भी इस सप्ताह में किसी भी दिन मेट्रो को चलाकर परीक्षण किया जा सकता है, मगर असली परीक्षण आरडीएसओ की टीम के आने के साथ शुरू होंगे। दीपावली के पहले आरडीएसओ की टीम कानपुर आएगी और मेट्रो के अधिकारियों को ट्रेन में उन स्थानों के बारे में बताएगी जहां उसे सेंसर फिट कर ट्रेन के तमाम अलग-अलग परीक्षण करने हैं। इसके बाद टीम लौट जाएगी। टीम के दोबारा आने के बीच मेट्रो के अधिकारियों को ट्रेन में उन स्थानों का सेंसर फिट करने के लिए खाली करके रखना होगा जिनकी मांग आरडीएसओ के अधिकारी करेंगे। आरडीएसओ की टीम दोबारा छठ के करीब आएगी। टीम अपने साथ लाए सेंसर अलग-अलग कोच में विभिन्न स्थानों पर लगाएगी। सेंसर फिट करने के बाद आरडीएसओ की टीम मेट्रो का ट्रायल रन शुरू कर देगी। ट्रेन को ट्रैक पर चलाने के दौरान कहां-कहां कितना कंपन है, कितना लोड लेने के बाद ट्रेन की चलने के दौरान क्या स्थिति रहती है, ऐसी ही तमाम चीजों को सेंसर रिकार्ड कर टीम को पूरी रिपोर्ट देते रहेंगे। रिपोर्ट के आधार पर ही जो सुधार करने होंगे, उन्हें कराया जाएगा। इसके बाद ही रेलवे सुरक्षा आयुक्त की जांच शुरू होगी, जो अंतिम हरी झंडी देंगे।

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