Kanpur में Metro Station पर पार्किंग की कमी को दूर करने के लिए बनाया गया ऐसा Master Plan, जिसकी हर ओर हो रही सराहना
आइआइटी से मोतीझील तक के प्राथमिक कारीडोर के लिए फिलहाल 50 इलेक्ट्रानिक बसों को लगाया जाएगा ताकि वे यात्रियों को उनके घर के आसपास से लेकर मेट्रो स्टेशन तक छोड़ सकें। इसके अलावा मेट्रो स्टेशन पर उतरे यात्रियों को उनके घर तक वापस पहुंचा सकें।
कानपुर, जेएनएन। मेट्रो के स्टेशनों पर पार्किंग की कमी की समस्या को दूर करने के लिए कानपुर में ऐसा मास्टर प्लान बनाया गया, जिससे पार्किंग की समस्या तो हल होगी ही साथ ही प्रदूषण से भी छुटकारा मिलेगा। आइए आपको बताते हैं क्या है पूरा मास्टर प्लान।
आइआइटी से मोतीझील तक के प्राथमिक कारीडोर के लिए फिलहाल 50 इलेक्ट्रिक बसों को लगाया जाएगा, ताकि वे यात्रियों को उनके घर के आसपास से लेकर मेट्रो स्टेशन तक छोड़ सकें। इसके अलावा मेट्रो स्टेशन पर उतरे यात्रियों को उनके घर तक वापस पहुंचा सकें। आइआइटी से मोतीझील तक प्राथमिक कारीडोर बनने के बाद जनवरी 2022 में मेट्रो की शुरुआत हो जाएगी। इसमें आइआइटी से मेडिकल कालेज चौराहा तक जीटी रोड है। इस पर इलेक्ट्रिक बसों को समानांतर नहीं दौड़ाया जाएगा। ऐसा होने पर जीटी रोड पर वाहनों की भीड़ कम नहीं होगी। इसलिए मेट्रो और प्रशासन मिलकर 50 इलेक्ट्रानिक बसों को उन क्षेत्रों में लगाने जा रहा है जहां से मेट्रो में सवार होने के लिए लोग जाना चाहते हों।
वापस घुमाने की होगी ऐसी व्यवस्था : मेट्रो के फिलहाल आइआइटी, कल्याणपुर, एसपीएम, विश्वविद्यालय, गुरुदेव टाकीज, गीता नगर, रावतपुर, हैलट अस्पताल, मोतीझील स्टेशन हैं। मेट्रो स्टेशन के आसपास की बस्तियों में रहने वालों के लिए एक समस्या है कि उन्हेंं ज्यादातर मेट्रो स्टेशन के आसपास अपना वाहन खड़ा करने के लिए पार्किंग नहीं मिलेगी। इसलिए इन बसों को उपलब्ध कराया जा रहा है। ये उन्हेंं मेट्रो स्टेशन तक पहुंचा देंगी। मेट्रो स्टेशन के पास इन बसों के आने और वापस घुमाने की भी व्यवस्था की जाएगी। ये बसें एक तरह से मेट्रो को यात्री फीड करेंगी। प्राथमिक कारीडोर के किस स्टेशन पर कितनी बसें लगाई जाएंगी इसका अभी आंकलन किया जा रहा है।
मेट्रो एमडी से हो चुकी बात : मंडलायुक्त डॉ. राजशेखर ने जल्द ही मेट्रो व रोडवेज के अधिकारियों के साथ बैठक बुलाने की तैयारी की है, ताकि जल्द से जल्द इसे पूरा किया जा सके। मंडलायुक्त और मेट्रो एमडी कुमार केशव के बीच इस प्रोजेक्ट को लेकर बात हो चुकी है।