कानपुर में मेडिकल कॉलेज के हैलट अस्पताल में छोटे सिलिंडर का स्टॉक खत्म, भटक रहे तीमारदार

कानपुर के हैलट अस्पताल में तीमारदारों को लाइन लगाकर छोटे सिलिंडर दिए गए कोरोना के संभावित रोगियों के लिए जरूरत पड़ रही है। शनिवार को स्टॉक समाप्त होने की संभावना पर हमीरपुर से छोटे सिलिंडर मंगवाए गए थे।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Mon, 19 Apr 2021 09:54 AM (IST) Updated:Mon, 19 Apr 2021 09:54 AM (IST)
कानपुर में मेडिकल कॉलेज के हैलट अस्पताल में छोटे सिलिंडर का स्टॉक खत्म, भटक रहे तीमारदार
हैलट अस्पताल छोटे ऑक्सीजन सिलिंडर की किल्लत बढ़ी।

कानपुर, जेएनएन। कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों से ऑक्सीजन की खपत में तेजी से इजाफा हो रहा है। सरकारी ही नहीं निजी अस्पतालों में भी ऑक्सीजन सिलिंडर का संकट छा गया है। होम आइसोलशन में रह रहे लोगों को सिलिंडर नहीं मिल पा रहे हैं। रविवार की शाम को हैलट अस्पताल में छोटे सिलिंडर का स्टॉक खत्म हो गया है। इस दौरान करीब 207 सिलिंडर मरीजों को लगा दिए गए हैं, जबकि केवल 10 से 12 सिलिंडर बचे हुए हैं। इन सिलिंडर को कोरोना संभावित रोगियों के इलाज में इस्तेमाल किया जा रहा है। अस्पताल प्रशासन ने फिलहाल जंबो सिलिंडर से काम चलाने की तैयारी की है। गैस एजेंसी को ऑर्डर जारी रखने के लिए कहा गया है।

हैलट अस्पताल में कोविड मैटरनिटी विंग और न्यूरो साइंस कोविड अस्पताल में संक्रमितों का इलाज किया जा रहा है। यहां आइसीयू और एचडीयू में मिलाकर करीब 150 रोगी उपचाराधीन हैं। करीब 70 अत्याधिक गंभीर स्थिति में हैं। न्यूरो साइंस कोविड अस्पताल की सप्लाई लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट से हो रही है। इसकी क्षमता 10 हजार लीटर है। मैटरनिटी विंग को जंबो सिलिंडरों से गैस दी जा रही है। एक ऑक्सीजन प्लांट आपातकाल व आइसीयू और दूसरा बाल रोग अस्पताल के पास में है। संक्रमितों की संख्या बढऩे पर अस्पताल प्रशासन ने वार्ड नंबर एक, दो, तीन, चार को होङ्क्षल्डग एरिया बना दिया है। यहां संभावित संक्रमित भर्ती किए जा रहे हैं।

वार्ड नंबर नौ, 10, 11, 12, 15 और 16 में सर्दी, बुखार, दमा, गुर्दा आदि के रोगियों का इलाज चल रहा है। उन्हें भी ऑक्सीजन की जरूरत पड़ रही है। शनिवार को ही स्टॉक समाप्त होने के कगार पर था, जिसके बाद हमीरपुर से छोटे सिलिंडर मंगवाए गए। रविवार की सुबह छह बजे सिलिंडर के आते ही प्रमुख अधीक्षक कार्यालय के पास लंबी लाइन लग गई। कुछ ही देर में 207 सिलिंडर बंट गए। बाद में 40 और आए, जिसको भी मरीजों के लिए दे दिया गया। प्रमुख अधीक्षक डॉ. ज्योति सक्सेना ने बताया कि छोटे सिलिंडरों का संकट है, लेकिन कंपनी को तुरंत सप्लाई के लिए बोला गया है। रात में लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन का टैंकर आ जाएगा।

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