मिठाई पर लिखनी थी एक्सपायरी डेट, अनिवार्यता खत्म होने से कारोबारियों को राहत
आदेश को लेकर मिठाई कारोबारी काफी परेशान थे पहली अक्टूबर के बाद से प्रस्तावित मिठाई पर बेस्ट बिफोर डेट लिखनी थी लेकिन ट्रे के साथ समय लिखने को लेकर असमंजस बना था क्योंकि मिठाइयों की मियाद अलअ अलग होती है।
कानपुर, जेएनएन। मिठाई कारोबारियों को बड़ी राहत मिली है। एक अक्टूबर से प्रस्तावित मिठाई पर बेस्ट बिफोर के रूप में एक्सपायरी डेट लिखने की अनिवार्यता को अब स्वैच्छिक कर दिया गया है। कारोबारियों का कहना था कि कई मिठाई काफी दिन चल जाती हैं लेकिन ग्राहक उसी दिन बनी मिठाई मांगेंगे तो उनकी मिठाई रखे-रखे ही खराब हो जाएगी।
बासी मिठाई बिक्री की शिकायतों पर भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफएसएसएआइ) ने मिठाई के साथ उसकी एक्सपायरी की तारीख लिखने की भी अनिवार्यता की थी। इस आदेश को पहले एक जून से लागू किया जाना था लेकिन कोरोना को देखते हुए एक अक्टूबर तक बढ़ा दिया गया था। मिठाई कारोबारी तैयारियों में जुटे थे कि मिठाई की ट्रे के साथ समय कैसे लिखे जाएं क्योंकि अलग-अलग मिठाई का समय अलग-अलग होता है। इसमें छेने की मिठाई एक दिन ही चलती है। खोए की मिठाई दो दिन इस्तेमाल की जा सकती है जबकि बेसन के लड्डू आराम से तीन-चार दिन भी इस्तेमाल हो सकते हैं। जिला अभिहीत अधिकारी विजय प्रताप ङ्क्षसह ने बताया कि इस व्यवस्था को स्वै'िछक कर दिया गया है।
कानपुर में मिठाई कारोबार
-शहर में 5000 मिठाई की दुकानें हैं। -18 अरब रुपये का सालाना कारोबार होता है। -5 अरब रुपये का कारोबार सिर्फ दीपावली पर ही कारोबार होता है।-जब यह एक्ट बना था, उसके बाद इसकी समीक्षा नहीं की गई थी। इसलिए हम लोग लगातार सरकार से मांग कर रहे थे कि इसकी समीक्षा कर ली जाए क्योंकि इससे छोटे कारोबारी बुरी तरह परेशान होते। -विजय पंडित, चेयरमैन, कानपुर होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन।
-अगर दुकानदार एक्सपायरी लिखते हैं तो इससे उनकी विश्वसनीयता बढ़ेगी और ग्र्राहकों को भी गुणवत्तापरक मिठाई मिलेगी। -राजकुमार भगतानी, महामंत्री, कानपुर होटल, गेस्ट हाउस, स्वीट्स एवं रेस्टोरेंट एसोसिएशन।