Kanpur Scam: शादी अनुदान फर्जीवाड़े में एसडीएम को भ्रमित कर फाइलों पर कराए गए हस्ताक्षर, जानिए- क्या कहते हैं तहसीलदार
Kanpur Scam शादी अनुदान से जुड़ी 85 फाइलों पर एसडीएम को गुमराह कर उनके डिजिटल सिग्नेचर कराए गए हैं। अब लेखपाल और कानूनगो के हस्ताक्षर का मिलान भी होगा ताकि यह पता चल सके कि उन्होंने इन फाइलों को आगे बढ़ाया था।
कानपुर, जेएनएन। Kanpur Scam शादी अनुदान की 2230 फाइलों की जांच हो रही है। सदर तहसील से जुड़े अनुदान के दो साल के आवेदन पत्र जांचे जा रहे हैं तो अन्य तहसीलों के एक-एक साल के। सदर तहसील की 85 फाइलें ऐसी हैं जो वहां रजिस्टर में अंकित नहीं हैं। माना जा रहा है कि तहसील में दो तरह की फाइलें बनाई गई हैं। एक में सभी तरह के आवेदन दर्ज किए जाते हैं तो दूसरे में फर्जी हस्ताक्षर वाले आवेदन पत्रों का कोई जिक्र नहीं किया जाता है। अब चूंकि खेल उजागर हो गया है तो यह कह दिया गया कि फाइलें तहसील से समाज कल्याण विभाग नहीं भेजी गईं। पहले तो फर्जीवाड़े का पूरा दोष समाज कल्याण विभाग पर ही डाला गया। बाद में यह पता चला कि कि हार्ड काॅपी से समाज कल्याण विभाग का कोई लेना-देना नहीं होता है। डिजिटल सिग्नेचर करके एसडीएम जो फाइलें ऑनलाइन भेजते हैं उसी से अनुदान दिया जाता है। तब जाकर तहसील में पड़ताल शुरू हुई।
अब यह माना जा रहा है कि तहसील में ही यह खेल किया गया और एसडीएम का डिजिटल सिग्नेचर कराकर फाइलों को वहां भेजा गया। तहसीलदार यह जानने की कोशिश कर रहे हैं कि उनके हस्ताक्षर और किन फाइलों में फर्जी तरीके से किए गए हैं। तहसीलदार विजय कुमार का कहना है कि 85 फाइलों पर उनके हस्ताक्षर नहीं हैं। हस्ताक्षर किसने किए, इसकी जांच कराएंगे।
शहर के वृद्धा पेंशन के लाभार्थी देंगे आधार कार्ड
शहर क्षेत्र में वृद्धावस्था पेंशन में भी फर्जीवाड़े की आशंका है। यही वजह है कि समाज कल्याण अधिकारी ने शहरी क्षेत्र के 12 हजार लाभार्थियों को आधार कार्ड जमा करने के लिए कहा है। अगर वे लोग समाज कल्याण विभाग में आधार कार्ड की छायाप्रति नहीं देंगे तो उनके खाते में पेंशन राशि नहीं डाली जाएगी।