कानपुर में पावर टूल्स फैक्ट्री के मार्केटिंग मैनेजर ने फांसी लगाकर दी जान, आत्महत्या का कारण स्पष्ट नहीं
बी-ब्लाक गोविंद नगर निवासी एसबीआइ से सेवानिवृत्त राजेंद्र सारस्वत के 35 वर्षीय बेटे निखिल ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। राजेंद्र ने बताया कि परिवार में उनकी केस्को से सेवानिवृत्त पत्नी छाया है। निखिल इकलौता बेटा था। निखिल की शादी वर्ष 2016 में अमिता के सात हुई थी।
कानपुर, जेएनएन। गोविंद नगर में पावर टूल्स बनाने वाली एक कंपनी के मार्केटिंग मैनेजर ने फांसी लगाकर जान दे दी। सुबह देर तक न जागने पर स्वजन ने दरवाजा खटखटाया, फोन मिलाया था। जवाब न मिलने पर लेबरों की मदद से कमरे का दरवाजा तोड़ा गया तो फंदे से शव लटका मिला। सूचना पर पहुंची पुलिस और फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल से साक्ष्य जुटाए हैं। आत्महत्या के पीछे का कारण स्पष्ट नहीं हो सका है।
बी-ब्लाक गोविंद नगर निवासी एसबीआइ से सेवानिवृत्त राजेंद्र सारस्वत के 35 वर्षीय बेटे निखिल ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। राजेंद्र ने बताया कि परिवार में उनकी केस्को से सेवानिवृत्त पत्नी छाया है। निखिल इकलौता बेटा था। निखिल की शादी वर्ष 2016 में अमिता के सात हुई थी। उनका एक चार वर्षीय बेटा सम्रांत है। निखिल पावर टूल्स बनाने वाली एक कंपनी में मार्केटिंग मैनेजर थे। गुरुवार की रात को निखिल खाना खाने के बाद अपने कमरे में नहीं गये। उसके बगल के कमरे में लेट गये थे। पिता ने बताया कि वह अक्सर काम के दौरान बगल के कमरे में ही लेट जाता था। इधर घर में भी निर्माण कार्य चल रहा था। जिसके चलते लेबर सुबह घर आयी थी। बेटे को जगाने के लिए दरवाजा खटखटाया गया, कोई जवाब नहीं मिला। इस पर फोन पर काल की गई तो वह भी नहीं उठा। काफी देर प्रयास करने के बाद जब कोई हरकत नहीं हुई तो मजदूरों की मदद से स्वजन ने कमरे का दरवाजा तोड़वाया। अंदर का नजारा देखकर होश उड़ गये। चादर के फंदे से पंखे के कुंडे के सहारे निखिल का शव लटक रहा था। पति का शव देखकर अमिता चीख पड़ी। शोर सुनकर आसपास के घरों से लोग आ गये। कंट्रोल रूम को सूचना दी गई। फोरेंसिक टीम ने भी घटनास्थल पहुंचकर साक्ष्य जुटाए हैं। गोविंद नगर थाना प्रभारी रोहित तिवारी ने बताया कि मामले की जानकारी हुई है। मृतक के स्वजन आत्महत्या के पीछे के कारण के बारे में कुछ भी जानकारी नहीं दे सके हैं। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।