Kanpur Industries: ग्रोथ सेंटर जैनपुर में न चल सका ट्रीटमेंट प्लांट, रनियां में भर जाता बारिश का पानी

कानपुर देहात में जैनपुर और रनियां में स्थापित औद्योगिक क्षेत्र में उद्यमी परेशानियों से जूझ रहे हैं लेकिन उनकी सुनने वाला कोई नहीं है। रनियां औद्योगिक क्षेत्र स्थित इकाइयों में बरसात का पानी भर जाता है तो चोरी की घटनाओं का पर्दाफाश न होने से समस्या बनी हुई है।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Wed, 21 Jul 2021 08:52 AM (IST) Updated:Wed, 21 Jul 2021 01:34 PM (IST)
Kanpur Industries: ग्रोथ सेंटर जैनपुर में न चल सका ट्रीटमेंट प्लांट, रनियां में भर जाता बारिश का पानी
रनियां और जैनपुर औद्योगिक क्षेत्र में समस्याओं का आलम।

कानपुर, जेएनएन। उप्र राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण प्रबंधन ने कानपुर देहात में दो औद्योगिक क्षेत्र स्थापित किए हैं। एक रनियां में है तो दूसरा जैनपुर में। जैनपुर स्थित ग्रोथ सेंटर में 10 साल पहले जब औद्योगिक क्षेत्र की स्थापना हुई तो उसी समय कामन इफ्लूएंट ट्रीटमेंट प्लांट की स्थापना की गई, लेकिन आज तक यह प्लांट चलाया ही नहीं गया। वर्तमान में ये जर्जर हो चुका है। इसके अलावा रनियां में जरा सी बारिश में औद्योगिक इकाइयों में पानी भर जाता है तो जैनपुर और ग्रोथ सेंटर की औद्योगिक इकाइयों के बाहर पानी भर जाता है। बिजली के जर्जर तारों की वजह से आए दिन होने वाले फाल्ट और चोरी की घटनाएं भी मुसीबत बनती हैं।

रनिया औद्योगिक क्षेत्र कानपुर- इटावा हाईवे किनारे स्थित है। 36 एकड़ में स्थित इस औद्योगिक क्षेत्र के उद्यमी अतिक्रमण और जलभराव की समस्या से परेशान हैं। हाईवे ऊंचा बना तो औद्योगिक क्षेत्र नीचे हो गया। ऐसे में यहां ड्रेनेज की सुविधा पूरी तरह से ध्वस्त हो गई। जब भी बारिश होती है तो इकाइयों में पानी भर जाता है। राज्य स्तरीय उद्योग बंधु की बैठक में भी यह मुद्दा उठ था, शासन ने ड्रेनेज की व्यवस्था के लिए भी कहा, लेकिन काम नहीं हुआ। इसी तरह यहां पहले रिपोर्टिंग पुलिस चौकी थी। दो साल पहले इसे सामान्य चौकी कर दिया गया और पुलिसकर्मियों की संख्या घटा दी गई। अब यहां चोरियां होती हैं, लेकिन कार्रवाई नहीं होती। इस औद्योगिक क्षेत्र में सवा सौ प्लाट हैं इनमें से 84 आवंटित हैं और 50 से अधिक औद्योगिक इकाइयां संचालित हो रही हैं। आइआइटी कानपुर से यहां ड्रेनेज की समस्या के समाधान के लिए सर्वे भी करवाया गया, लेकिन कोई परिणाम सामने नहीं आया क्योंकि इसके आसपास अनियोजित औद्योगिक विकास की वजह से भी नाला निर्माण में दिक्कत आ रही है। ये औद्योगिक क्षेत्र किसी नगर निकाय के क्षेत्र में नहीं आते। ऐसे में यहां सुविधाओं का विकास प्राधिकरण को ही करना है।

नया कामन इफ्लूएंट ट्रीटमेंट प्लांट बने

ग्रोथ सेंटर जैनपुर में टेक्सटाइल से जुड़ी यूनिटें हैं। यहां मूलभूत सुविधाओं काअभाव है। सड़कें वर्षों से नहीं बनी हैं। बिजली के तार जर्जर हो चुके हैं। मार्ग प्रकाश की व्यवस्था भी अच्छी नहीं है। जर्जर तारों की वजह से ही यहां फाल्ट होता है और फिर घंटों बिजली गुल रहती है। इस वजह से इकाइयों में काम बंद हो जाता है। उद्यमियों की इस समस्या का समाधान तमाम कोशिशों के बाद भी प्राधिकरण नहीं कर सका। इसी तरह यहां कामन इंफ्लूएंट ट्रीटमेंट प्लांट बनाने की जरूरत है। पूर्व में प्लांट तो बना था, लेकिन वह चला नहीं, अब वो जर्जर हो चुका है। इस दिशा में प्राधिकरण की ओर से प्रक्रिया तो की जा रही है पर नया प्लांट कब तक लग पाएगा यह कह पाना मुश्किल है। जैनपुर ओल्ड औद्योगिक क्षेत्र की स्थिति भी रनियां और ग्रोथ सेंटर जैसी ही है। ग्रोथ सेंटर की स्थापना 351.75 एकड़ में हुई है। इसमें सौ से अधिक औद्योगिक इकाइयां स्थापित हैं, जबकि भूखंडों की संख्या साढ़े चार सौ से अधिक है। सुविधाएं बढ़ें तो और इकाइयां स्थापित होंगी। इसी तरह जैनपुर ओल्ड 424 एकड़ में स्थापित है और यहां पर भी 163 इकाइयां स्थापित हैं। इस औद्योगिक क्षेत्र में भी चोरी खूब होती हैं।

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118 औद्योगिक इकाइयां ग्रोथ सेंटर जैनपुर में स्थापित हैं।

163 इकाइयां जैनपुर ओल्ड औद्योगिक क्षेत्र में चल रही हैं।

36 एकड़ में स्थापित रनियां औद्योगिक क्षेत्र में 50 से अधिक इकाइयां हैं।

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इनकी भी सुनिए

-रनियां में जल निकासी की समस्या का समाधान हर हाल में किया जाए। यहां ड्रेनेज की सुविधा के लिए राज्य स्तरीय उद्योग बंधु से भी कहा गया, लेकिन कोई काम नहीं हुआ। -राजीव शर्मा, चेयरमैन आइआइए कानपुर देहात

-रनियां और जैनपुर औद्योगिक क्षेत्र में चोरी की घटनाएं बढ़ी हैं। पुलिस आरोपितों को पकड़ नहीं पाती है। ग्रोथ सेंटर में तो ट्रीटमेंट प्लांट के न होने से उद्यमियों को बड़ा नुकसान हो रहा है। -आलोक जैन, उद्यमी कानपुर देहात

-ग्रोथ सेंटर में जर्जर बिजली के तार की वजह से फाल्ट की समस्या से उद्यमी परेशान हैं। बार- बार कहने के बाद भी तार नहीं बदले गए। ट्रीटमेंट प्लांट लगाने की मांग भी पूरी नहीं हुई। -दीनदयाल रिझवानी, होजरी उद्यमी

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