Manish Murder Case: फरार पुलिसकर्मियों पर 25-25 हजार का इनाम, 24 घंटे में 72 जगह दबिश पर नतीजा सिफर

गोरखपुर में कानपु के प्रापर्टी डीलर की हत्या में पुलिस टीम साक्ष्यों के आधार पर आरोपित पुलिस कर्मियों की तलाश कर रही है और अब इनाम भी घोषित कर दिया गया है। पुलिस उपायुक्त ने मूल व अस्थायी पते पर आरोपितों के नहीं मिलने की जानकारी दी है।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Sat, 09 Oct 2021 09:56 AM (IST) Updated:Sat, 09 Oct 2021 09:56 AM (IST)
Manish Murder Case: फरार पुलिसकर्मियों पर 25-25 हजार का इनाम, 24 घंटे में 72 जगह दबिश पर नतीजा सिफर
कानपुर पुलिस कर रही आरोपित पुलिस कर्मियों की तलाश।

कानपुर, जेएनएन। गोरखपुर पुलिस की बर्बरता और मारपीट से जान गंवाने वाले कानपुर के प्रापर्टी डीलर मनीष गुप्ता के हत्यारोपित पुलिस कर्मियों पर इनाम की घोषणा कर दी गई है। कानपुर कमिश्नरेट पुलिस की छह टीमों ने 24 घंटे के अंदर 72 स्थानों पर छापेमारी की लेकिन एक भी आरोपित की गिरफ्तारी नहीं हो सकी। पुलिस उपायुक्त दक्षिण रवीना त्यागी ने बताया कि वारदात के बाद से फरार सभी छह आरोपितों पर 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया है।

27 जगह इंस्पेक्टर की तलाश  

शहर के प्रापर्टी डीलर मनीष गुप्ता हत्याकांड में पुलिस अब तक खाली हाथ है। छह आरोपित पुलिस वालों को पकडऩे के लिए छह टीमों ने 24 घंटे में 72 स्थानों पर छापेमारी की लेकिन एक भी आरोपित पकड़ में नहीं आ सका। छापेमारी के तरीके से साफ है कि पुलिस के टाप टारगेट पर निलंबित इंस्पेक्टर जेएन सिंह ही है। पुलिस की छह टीमों ने 24 घंटों में 72 स्थानों पर दबिश दी, उनमें से 27 ठिकाने जेएन ङ्क्षसह की तलाश में खंगाले गए। सबसे कम छापेमारी सब इंस्पेक्टर अक्षय मिश्रा के ठिकानों पर हुई, क्योंकि वह अपने मूल पते से ज्यादा जुड़ा ही नहीं है। अन्य सभी आरोपितों के यहां लगभग बराबर स्थानों पर छापे मारे गए। पुलिस आयुक्त असीम अरुण ने बताया कि छह टीमें छापेमारी कर रहीं हैं।

फरार पुलिस कर्मियों पर इनाम घोषित

पुलिस उपायुक्त दक्षिण रवीना त्यागी ने बताया कि गोरखपुर जिले के रामगढ़ ताल के निरीक्षक जगत नारायण सिंह निवासी मुसाफिरखाना जिला अमेठी, दारोगा अक्षय कुमार मिश्रा निवासी नरही जिला बलिया, दारोगा विजय यादव निवासी बक्सा जिला जौनपुर, दारोगा राहुल दुबे निवासी कोतवाली देहात क्षेत्र जिला मीरजापुर, मुख्य आरक्षी कमलेश सिंह यादव निवासी थाना परिसर जिला गाजीपुर, आरक्षी प्रशांत कुमार निवासी सैदपुर जिला गाजीपुर के खिलाफ साक्ष्य मिले हैं। सभी छह आरोपितों की तलाश की जा रही है, लेकिन वे अपने मूल पतों व अस्थायी पतों से गायब हैं। इसके बाद उन्होंने सभी फरार पुलिसकर्मियों पर 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित कर दिया है। आरोपित पुलिसकर्मी इससे पहले निलंबित भी किए जा चुके हैं।

पुलिस के मेन टारगेट

टारगेट नंबर 1 - जगत नारायण सिंह, तत्कालीन थाना प्रभारी : अमेठी के गांव नारा निवासी। 27 स्थानों पर छापेमारी में गांव के अलावा रिश्तेदारों के यहां भी पड़ताल। हालांकि, किसी भी रिश्तेदार से उसने संपर्क करने की कोशिश नहीं की।

टारगेट नंबर 2 - दारोगा अक्षय कुमार मिश्र : बलिया के नरही थानाक्षेत्र निवासी। पुलिस टीम को स्थायी पते पर भाई व खानदान के लोग मिले। उन्होंने बताया कि सुख-दुख में ही अक्षय का गांव आना होता है। घटना के बाद से कोई संपर्क नहीं है। स्वजन से पता चला कि वह गोरखपुर, बाराबंकी और लखनऊ में ज्यादा रहता था। पांच स्थानों पर छापेमारी हुई।

टारगेट नंबर 3 - दारोगा विजय कुमार यादव : जौनपुर के बक्सा निवासी। उसके स्थायी पते, अस्थायी पते और रिश्तेदारों के घरों में छापे। 10 जगह दबिश पड़ी।

टारगेट नंबर 4 -दारोगा राहुल दुबे : मीरजापुर के कोतवाली देहात थानाक्षेत्र निवासी। 11 संभावित ठिकानों पर दबिश दी गई। सोनभद्र में भी दो स्थानों पर छापेमारी।

टारगेट नंबर 5 - मुख्य आरक्षी कमलेश यादव : परिवार गाजीपुर के थाना परिसर में रहता है। यहां पर वह नहीं मिला। आसपास के जिलों में रहने वाले रिश्तेदारों के घर भी दबिश डाली गई। नौ स्थानों पर छापे पड़े।

टारगेट नंबर 6 - आरक्षी प्रशांत कुमार : गाजीपुर के सैदपुर का निवासी। स्वजन ने बताया कि घटना के बाद से कुछ अता-पता नहीं है। पुलिस ने 10 स्थानों पर तलाश में छापेमारी की।

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