मनीष हत्याकांड की जांच करने को जल्द ही कानपुर में होगी सीबीआइ टीम, छह पुलिसकर्मियों पर दर्ज है मुकदमा
मनीष अपने दो दोस्तों के साथ गोरखपुर व्यापार के सिलसिले में गए थे। जहां रामगढ़ताल थाना पुलिस ने चेकिंग के नाम पर होटल में मनीष और उसके दोस्तों की पिटाई की थी। पिटाई से मनीष की मौत हो गई थी।
कानपुर, जेएनएन। गोरखपुर के रामगढ़ताल स्थित होटल कृष्णा पैलेस में बर्रा तीन निवासी प्रापर्टी डीलर मनीष गुप्ता की पुलिस बर्बरता के शिकार होने से मौत हो गई थी। मामले में सीबीआइ जांच शुरू हो गई है। सीबीआइ ने तत्कालीन थाना प्रभारी समेत तीन नामजद और तीन अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। सूत्रों के मुताबिक सीबीआइ की टीम दो-तीन दिन में मनीष के घर आकर स्वजन को एफआइआर की प्रति सौंपेगी और स्वजन से पूछताछ करके साक्ष्य भी जुटाएगी।
मनीष अपने दो दोस्तों के साथ गोरखपुर व्यापार के सिलसिले में गए थे। जहां रामगढ़ताल थाना पुलिस ने चेकिंग के नाम पर होटल में मनीष और उसके दोस्तों की पिटाई की थी। पिटाई से मनीष की मौत हो गई थी। घटना के बाद से स्वजन सीबीआइ जांच की मांग कर रहे थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शहर आगमन पर सीबीआइ जांच की संस्तुति 30 सितंबर को की थी। इसके बाद भी सीबीआइ जांच शुरू नहीं हो सकी थी। इसे लेकर मनीष की पत्नी मीनाक्षी ने उच्चतम न्यायालय में याचिका दायर की थी। जिस पर सुनवाई के बाद अगली तिथि 12 नवंबर को निर्धारित की थी। इस बीच धनतेरस के दिन सीबीआइ की लखनऊ यूनिट ने मीनाक्षी की तहरीर पर थाना प्रभारी समेत तीन नामजद और तीन अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। हालांकि सीबीआइ ने अब तक मुकदमे की प्रति स्वजन को नहीं दी है। माना जा रहा है कि दीपावली के बाद किसी भी दिन सीबीआइ शहर आकर मनीष की पत्नी को एफआइआर की प्रति सौंपेगी और मामले में स्वजन से पूछताछ करके साक्ष्य भी जुटाएगी। मनीष की पत्नी मीनाक्षी ने बताया कि मुकदमा दर्ज होने की जानकारी हुई है, लेकिन अब तक सीबीआइ की ओर से किसी ने संपर्क नहीं किया है।
अविराज के साथ मनाई दीपावली: दीपावली के त्योहार पर गुरुवार को सपा के विनय गुप्ता और अमित यादव कुछ अन्य कार्यकर्ताओं के साथ मनीष के घर पहुंचे। सपाइयों ने मनीष के बेटे अविराज के साथ पटाखे जलाकर दीपावली मनाई।