प्लॉटिंग के खिलाफ मंडलायुक्त सख्त, बैराज क्षेत्र में अब होगा नियोजित विकास

कटरी और बैराज-मंधना रोड के किनारे नहीं हो सकेंगे अवैध निर्माण। गंगा बैराज क्षेत्र विकास समिति तय करेगी विकास की रूपरेखा। जिन क्षेत्रों में विकास प्रस्तावित वहां का जल्द बनाया जाएगा समग्र नक्शा। कानपुर जिले की सीमा के सभी गांवों के साथ उन्नाव के भी कुछ गांवों को लिया जाएगा।

By ShaswatgEdited By: Publish:Wed, 25 Nov 2020 09:06 AM (IST) Updated:Wed, 25 Nov 2020 09:06 AM (IST)
प्लॉटिंग के खिलाफ मंडलायुक्त सख्त, बैराज क्षेत्र में अब होगा नियोजित विकास
गंगा बैराज के आसपास के क्षेत्रों में हो रही प्लॉटथ्ंग की प्रतीकात्मक तस्वीर।

कानपुर, जेएनएन। गंगा बैराज के आसपास अब नियोजित विकास होगा। अनियोजित तरीके से बसाई जा रहीं कॉलोनियों के विरुद्ध मंडलायुक्त डॉ. राजशेखर ने सख्त तेवर अपनाए हैं। उन्होंने क्षेत्र के विकास की योजना तैयार कर दी है। अब गंगा बैराज विकास क्षेत्र क्षेत्र बनेगा और इसकी रूपरेखा तय करने के लिए गंगा बैराज क्षेत्र विकास समिति गठित की जाएगी। पूरे क्षेत्र का एक समग्र नक्शा होगा। समिति की बैठक माह में दो बार होगी और उसमें विकास का खाका पेश किया जाएगा। कार्य की समीक्षा भी होगी।

कई जगह हो रही प्लॉटिंग को अनदेखा कर रहे अफसर 

गंगा बैराज और आसपास के गांवों में जबरदस्त तरीके अनियोजित विकास हो रहा है। बैराज से ईश्वरीगंज चौराहा तक दोनों और कई अवैध कॉलोनियां बस रही हैं।  हालात ये है कि किसानों से खरीदी गई भूमि के साथ ही ग्राम समाज की भूमि पर प्लॉटिंग हो रही है, लेकिन केडीए के प्रवर्तन दस्ते और राजस्व विभाग के अफसर ध्यान नहीं दे रहे हैं। दैनिक जागरण ने बैराज के लुधवाखेड़ा, कटरी शंकरपुर, कटरी लक्ष्मीखेड़ा आदि गांवों के साथ ही बैराज से मंधना मार्ग पर हो रही अवैध प्लाटिंग का मुद्दा उठाया था। इसे संज्ञान लेते हुए मंडलायुक्त ने गंगा बैराज क्षेत्र विकास नाम से समग्र विकास कराने का निर्णय लिया। उनकी इच्छा के अनुरूप ही केडीए बोर्ड ने गंगा बैराज क्षेत्र विकास योजना को हरी झंडी दे दी है। मंडलायुक्त ने समिति का गठन भी कर दिया है। अगले दो दिन में तय हो जाएगा कि गंगा बैराज- मंधना मार्ग पर कहां तक इस क्षेत्र की सीमा होगी। कानपुर जिले की सीमा के सभी गांवों के साथ उन्नाव सीमा के भी कुछ गांवों को लिया जाएगा।

समिति में शामिल विभाग और अफसर

गंगा बैराज क्षेत्र विकास समिति के अध्यक्ष मंडलायुक्त होंगे। केडीए के सचिव इसके सदस्य सचिव होंगे। डीएम एसएसपी, केडीए उपाध्यक्ष, उन्नाव के डीएम के प्रतिनिधि के रूप में कोई एडीएम तथा नगर आयुक्त, यूपीसीडा के अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी, संभागीय परिवहन अधिकारी, जल निगम, पीडब्ल्यूडी व सिंचाई विभाग के मुख्य अभियंता, संयुक्त निदेशक पर्यटन भी शामिल होंगे। समन्वयक सलाहकार की भूमिका में उच्च स्तरीय समग्र विकास समिति के समन्वयक नीरज श्रीवास्तव को रखा गया है।

अवैध निर्माण भी रोकेगी समिति

समिति बैराज के आसपास होने वाले अवैध निर्माण कार्यों को भी रोकेगी। अवैध निर्माण हुआ तो जिम्मेदार अफसर मांगे जाएंगे और उन पर भी कार्रवाई होगी। समिति की आगामी दिनों में होने वाली बैठक में सबकी जिम्मेदारियां तय की जाएंगी।

पर्यटन विकास को मिलेगी गति

बैराज पर पर्यटन विकास को गति मिलेगी। गंगा थीम पार्क , बॉटनिकल गार्डन का कार्य जल्दी ही शुरू हो जाएगा। बोट क्लब में तैराकी प्रतियोगिता के आयोजन की प्रक्रिया भी जल्द शुरू होगी। शूटिंग रेंज का निर्माण जल्द शुरू होगा। बैराज पर प्रवेश द्वार बनेगा। एलईडी लाइटें लगेंगी।    

इनका ये है कहना 

गंगा बैराज के आसपास सुनियोजित विकास बहुत ही जरूरी है। इसलिए समिति का गठन किया गया है। जल्द ही इसके सीमांकन का कार्य होगा। अब यहां अवैध निर्माण नहीं होंगे और यदि कोई करेगा तो उसके विरुद्ध कार्रवाई भी होगी। - डॉ. राजशेखर, मंडलायुक्त

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