अनवरगंज- मंधना ट्रैक शिफ्टिंग पर मंथन 19 को, मंडलायुक्त ने बुलाई बैठक अब सर्वे रिपोर्ट पर की जाएगी चर्चा
इसमें उत्तर मध्य रेलवे के अधिकारी भी शामिल होंगे। जांच कमेटी द्वारा दी गई रिपोर्ट पर अब तक क्या हुआ इसकी अद्यतन रिपोर्ट से मंडलायुक्त को अवगत कराया जाएगा। अनवरगंज से मंधना तक 18 रेलवे क्रॉसिंग है। इन पर भीषण जाम लगता है
कानपुर, जेएनएन। जीटी रोड पर लगने वाले जाम से निजात दिलाने के लिए अनवरगंज से मंधना तक रेलवे ट्रैक हटाना ही एकमात्र विकल्प है। इस ट्रैक को मोड़कर मंधना से पनकी या मैथा तक नया रेलवे ट्रैक बनाया जाए। रेलवे द्वारा गठित सर्वे कमेटी इस बावत अपनी रिपोर्ट दे चुकी है। यह भी कह चुकी है कि बिना ट्रैक हटाए जाम की समस्या का समाधान नहीं हो सकता। अब इस रिपोर्ट को लेकर ही मंडलायुक्त डॉ. राजशेखर ने 19 जनवरी को शाम पांच बजे बैठक बुलाई है। इसमें उत्तर मध्य रेलवे के अधिकारी भी शामिल होंगे। जांच कमेटी द्वारा दी गई रिपोर्ट पर अब तक क्या हुआ इसकी अद्यतन रिपोर्ट से मंडलायुक्त को अवगत कराया जाएगा। अनवरगंज से मंधना तक 18 रेलवे क्रॉसिंग है। इन पर भीषण जाम लगता है।
इस समस्या को दैनिक जागरण ने उठाया था। इसके बाद रेलवे ने कमेटी गठित की। इसमें एनएच पीडब्ल्यूडी के अधीक्षण अभियंता एसए उस्मानी, सेतु निगम के महाप्रबंधक राकेश सिंह, मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के प्रोजेक्ट मैनेजर और रेलवे के कई अफसर शामिल हुए थे। कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि मंधना से अनवरगंज के बीच ट्रैक हटा दिया जाए। मंधना से पनकी या मैथा तक नया ट्रैक बना दिया जाए, क्योंकि इस रूट पर अब फ्लाईओवर या अंडरपास भी नहीं बन सकते हैं क्योंकि इसके समानांतर जीटी रोड है। आइआइटी से गोल चौराहा तक मेट्रो के एलीवेटेड ट्रैक के कारण भी क्रॉसिंगों पर फ्लाईओवर की उम्मीद खत्म हो गई हैं। कोकाकोला, गुमटी और जरीब चौकी क्रॉसिंग पर भी फ्लाईओवर की फिजिबिलिटी नहीं मिल रही है। हालांकि इस रिपोर्ट के जाने के बाद रेलवे मुख्यालय स्तर से अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। अब मंडलायुक्त डॉ. राजशेखर ने बैठक बुलाई है। वे समस्या को समझेंगे और ट्रैक हटाने को लेकर दी गई रिपोर्ट पर चर्चा करेंगे।
ट्रैक हटने से लाभ
जीटी रोड पर जाम नहीं लगेगा। वाहन आसानी से आ जा सकेंगे। अभी फाटक बंद होने से क्रॉसिंगों पर एंबुलेंस, अग्निशमन वाहन भी फंस जाते हैं फिर नहीं फंसेंगे।
शॉपिंग काम्प्लेक्स बन सकता है
रेलवे ट्रैक और स्टेशन की भूमि पर शॉपिंग काम्प्लेक्स, दुकानें बनाई जा सकती हैं। इससे लोगों को रोजगार भी मिलेगा। रेलवे इस भूमि को इन कार्यों के लिए केडीए को दे सकता है। इस भूमि की नीलामी भी की जा सकती है इससे रेलवे को बड़ी आय होगी। साथ ही नया ट्रैक बिछाने के लिए पर्याप्त धन भी मिल जाएगा।