ऐसा क्या हुआ कि युवक ने फर्रुखाबाद डीएम कार्यालय के बाहर खा लिया जहर

जिला उद्योग केंद्र से फर्नीचर उद्योग के लिए आवेदन किया था लेकिन लोन स्वीकृत न होने से क्षुब्ध था।

By AbhishekEdited By: Publish:Wed, 23 Jan 2019 01:31 PM (IST) Updated:Wed, 23 Jan 2019 02:39 PM (IST)
ऐसा क्या हुआ कि युवक ने फर्रुखाबाद डीएम कार्यालय के बाहर खा लिया जहर
ऐसा क्या हुआ कि युवक ने फर्रुखाबाद डीएम कार्यालय के बाहर खा लिया जहर
फर्रुखाबाद, जेएनएन। बुधवार की सुबह एक युवक जिलाधिकारी के कार्यालय पहुंचा और कुछ देर बाद उसने जहरीला पदार्थ खा लिया। उसकी हालत बिगडऩे पर उसे तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया। होश में आने पर उससे अफसरों ने कारण पूछा तो उसने लोन स्वीकृत न होने को वजह बताया। 

डीएम कार्यालय में पहले दिया शिकायती पत्र
मोहम्मदाबाद के गांव गैसिंगपुर निवासी दीपक शर्मा बुधवार सुबह जिलाधिकारी मोनिका रानी के कार्यालय पहुंचा। कार्यालय में शिकायती पत्र देने के बाद बाहर आकर उसने जेब से जहरीला पदार्थ निकालकर खा लिया। हालत बिगड़ते ही वह गिर पड़ा तो कर्मियों के हाथ पांव फूल गए। कर्मियों ने अफसरों को जानकारी दी। इसके बाद अधिकारियों के आदेश पर स्कार्ट जीप से उसे आनन-फानन लोहिया अस्पताल भेजा गया, जहां पर डॉक्टरों ने उसका उपचार शुरू किया।
होश में आने पर बताया ये कारण
अस्पताल में इलाज के बाद होश में आए दीपक ने बताया कि एक वर्ष पहले फर्नीचर व्यवसाय के लिए जिला उद्योग केंद्र में लोन के लिए आवेदन किया था। वहां से फाइल आर्यावर्त ग्रामीण बैंक की मुरहास कन्हैया शाखा के लिए भेज दी गई। आरोप है कि शाखा प्रबंधक ने 20 हजार रुपये रिश्वत ली लेकिन ऋण मंजूर नहीं हुआ। कुछ दिन बाद शाखा प्रबंधक का तबादला हो गया। नये शाखा प्रबंधक ने 30 हजार रुपये मांगे तो उसने 15 हजार रुपये दे दिए। इसे बाद भी ऋण मंजूर नहीं हुआ और उसकी फाइल निरस्त कर दी गई है। जिलाधिकारी मोनिका रानी ने बताया कि दीपक पहले भी कई बार शिकायत कर चुका है। उसकी शिकायतों का परीक्षण कराया गया, रिपोर्ट के अनुसार दीपक कई बैंकों से लोन का डिफॉल्टर है। फिर भी प्रकरण को दोबारा दिखाया जाएगा।
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