महोबा: जिला क्षय रोग अधिकारी के सुपरवाइजर के पुत्र की नाला में डूबकर मौत, लाकडाउन में आया था घर
पिता ने बताया कि 21 वर्षीय अभय खरे झांसी के एसआरजीआइ कालेज से बीटेक कर रहा था। लाकडाउन के चलेत कालेज बंद था इसलिए वर्तमान में घर पर ही था। वह बुधवार को मोहल्ले के अपने दोस्तों के साथ अर्जुन बांध के पास सैर करने आया था।
महोबा, जेएनएन। चरखारी कस्बा के खदिया मोहल्ला निवासी जिला क्षय रोग अधिकारी सलिल कुमार खरे के सुपरवाइजर का एकलौता पुत्र अभय उर्फ सनी खरे बुधवार शाम अर्जुन बांध के पास से निकले नाले में फिसल कर गिर गया। मौके पर सीओ उमेशचंद्र, एसएचओ शशि कुमार पांडेय पुलिस फोर्स और गोताखोरों की मदद से युवक की तलाश में नाला में जाल डलवा कर तलाश प्रारंभ की। देर शाम युवक का शव नाला से पांच किमी दूर लुहारी गांव के पास झाड़ियों में फंसा मिला।
पिता ने बताया कि 21 वर्षीय अभय खरे झांसी के एसआरजीआइ कालेज से बीटेक कर रहा था। लाकडाउन के चलेत कालेज बंद था इसलिए वर्तमान में घर पर ही था। वह बुधवार को मोहल्ले के अपने दोस्तों के साथ अर्जुन बांध के पास सैर करने आया था। बांध ओवरफ्लो होने के कारण उसके तीन फाटक इस समय खुले हैं। वहां से तेज बहाव में पानी नाले में आ रहा था। अभय नाले के पास ही खड़ा था कि अचानक पैर फिलसने से वह उसमें गिर गया। दोस्तों ने बचाव के लिए शोर मचाया। लोगों की सूचना पर स्वजन व पुलिस फोर्स मौके पर पहुंचा। सीओ ने तुरंत गोताखोरों को बुला कर नाले में काफी दूर जाल डलवाया। सिंचाई विभाग को सूचना देकर बांध के गेट बंद कराए गए। अर्जुन बांध व नाला के पास लाइटिंग की व्यवस्था की गई। मौके पर एसडीएम रमेश कुमार भी पहुंच गए।
रात करीब पौने आठ बजे युवक का शव बांध से करीब पांच किमी दूर लुहारी गांव के पास नाला की झाड़ियों में फंसा मिला। शव मिलते ही स्वजन में कोहराम मच गया। अभय की मौत से उनकी मां साधना बेहोश हो गईं। स्वजन ने उन्हें किसी तरह संभाला। अभय अपने दो बहनों में शिवानी व कुंती का एकलौता भाई था। इसी मौत से बहनों का रो-रोकर बुरा हाल था।