महोबा में हादसे में मासूम की मौत पर भड़की भीड़, कोतवाल व एसआइ पर हमला, चार लाख मुआवजे के आश्वासन पर माने ग्रामीण

चरखारी मार्ग पर करहरा गांव के पास दोपहर के समय मां के साथ सड़क पार कर रहे मासूम डंपर की चपेट में आ गए। मासूम चार साल के त्रिवेण की मौके पर मौत हो गई। मां गंभीर रूप से जख्मी हो गई।

By Akash DwivediEdited By: Publish:Mon, 19 Apr 2021 05:06 PM (IST) Updated:Mon, 19 Apr 2021 05:06 PM (IST)
महोबा में हादसे में मासूम की मौत पर भड़की भीड़, कोतवाल व एसआइ पर हमला, चार लाख मुआवजे के आश्वासन पर माने ग्रामीण
चरखारी थाना की पुलिस, सीओ मौके पर पहुंच गए

कानपुर, जेएनएन। सड़क पार करते समय चार साल के मासूम और मां को डंपर ने कुचल दिया। हादसे में मासूम की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि मां के दोनों पैर कटने से हालत गंभीर है। भड़की भीड़ ने महोबा-चरखारी मार्ग जाम कर दिया, जिससे दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। चरखारी कोतवाल और एसआइ पर हमला बोल दिया। सिर पर डंडा लगने से कोतवाल लहूलुहान हो गए। मुआवजे के आश्वासन पर छह घंटे बाद हालात सामान्य होने पर यातायात बहाल हो सका।   

सोमवार अपराह्न करीब एक बजे करहरा कला निवासी राजकुमार राजपूत की पत्नी निशा हैंडपंप से नहाने के बाद चार वर्षीय इकलौते बेटे त्रिवेणी के साथ घर लौट रही थीं। महोबा-चरखारी मार्ग पर पुलिया से गुजरते समय शहर की तरफ से डंपर आता देखकर वह रुकीं, तभी दूसरी ओर से बोलेरो आ गई। इस पर डंपर चालक ने अचानक पुलिस की तरफ गाड़ी मोड़ते हुए दोनों को कुचल दिया। इससे मासूम की मौत हो गई, जबकि डंपर से टकराकर  बोलेरो भी क्षतिग्रस्त हो गई। ग्रामीणों ने सड़क पर जाम लगाकर डंपर और बोलेरो के चालक को दबोच कर मारपीट शुरू कर दी। डंपर के शीशे और लाइटें तोड़ डालीं। महिला को गंभीर हालत में झांसी रेफर किया गया है। एसडीएम राकेश कुमार व सीओ उमेश चंद्र पुलिस फोर्स के साथ पहुंचे। ग्रामीणों को समझा रहे चरखारी कोतवाल महेंद्र प्रताप के सिर में ग्रामीण ने डंडा मार दिया। एसआइ मोबीन अली को भी पीटा। सिर पर गहरा जख्म होने से कोतवाल सिर पकड़ कर बैठ गए। उन्हें चरखारी के अस्पताल में भर्ती कराया गया। डॉक्टर के अनुसार, कोतवाल के सिर पर घाव है। अब हालत में सुधार है। एसडीएम ने बताया कि तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई होगी।  

पुलिया संकरी होने से टकराए वाहन : ग्रामीण रामलाल ने बताया कि पुलिया संकरी होने से अक्सर घटनाएं होती हैं। कोई स्पीड ब्रेकर भी नहीं हैं। पुलिस को चौड़ा कराना जरूरी है। 

इस बात पर माने ग्रामीण : जाम लगाए ग्रामीणों ने पीडि़त परिवार को पांच लाख रुपये की आर्थिक मदद दिलाने और पुलिया चौड़ी करने की मांग रखी। चरखारी एसडीएम राकेश कुमार ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि चार लाख रुपये मुआवजा देने की बात डीएम तक पहुंचा दी गई है। जल्द ही नियमानुसार मदद होगी। साथ ही पुलिया के रास्ते को भी चौड़ा किया जाएगा।    

chat bot
आपका साथी