Mahoba corruption Case: दिवंगत क्रशर कारोबारी के भाइयों ने जांच पर उठाए सवाल, बोले-शासन में करेंगे शिकायत

पूर्व एसपी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए वीडियो वायरल करने वाले क्रशर कारोबारी इंद्रकांत त्रिपाठी की मौत के बाद एसआइटी की जांच में अबतक के तथ्यों के आधार पर एडीजी ने घटना को अत्महत्या और उनकी ही पिस्टल से गोली चलने की बात कही है।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Sat, 26 Sep 2020 02:15 PM (IST) Updated:Sat, 26 Sep 2020 02:15 PM (IST)
Mahoba corruption Case: दिवंगत क्रशर कारोबारी के भाइयों ने जांच पर उठाए सवाल, बोले-शासन में करेंगे शिकायत
क्रशर कारोबारी इंद्रकांत त्रिपाठी व कबरई का घटनास्थल। फाइल फोटो

महोबा, जेएनएन। कबरई प्रकरण में दिवंगत क्रशर कारोबारी की मौत को लेकर अबतक हुई जांच पर भाइयों ने सवाल उठाए हैं। उन्होंने बीते दिवस एसआइटी की जांच के आधार एडीजी द्वारा कारोबारी की पिस्टल से गोली चलने और आत्महत्या के बयान पर आपत्ति जताई है। भाइयों ने प्रकरण की जांच की खामियों के बाबत शिकायत शासन स्तर पर करने की बात कही है। 

क्या है मामला

तत्कालीन एसपी मणिलाल पाटीदार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाने वाला वीडियो वायरल करने और मुख्यमंत्री को शिकायती पत्र भेजने के बाद क्रशर कारोबारी इंद्रकांत त्रिपाठी आठ सितंबर को अपनी कार में घायल मिले थे। संदिग्ध परिस्थितियों में गोली लगने से घायल कारोबारी की कानपुर के अस्पताल में उपचार के दौरान 13 सितंबर को मौत हो गई थी। प्रकरण संज्ञान में आने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तत्काल प्रभाव से एसपी को निलंबित कर दिया था। भ्रष्टचार के मुकदमे में नामजद पूर्व एसपी समेत पुलिस कर्मियों पर क्रशर कारोबारी की मौत के बाद हत्या की धारा तरमीम की गई थी। स्थानीय स्तर पर सीओ और शासन के निर्देश के बाद एसआइटी पूरे प्रकरण की जांच कर रही थी।

एडीजी बोले-कारोबारी की पिस्टल से चली थी गोली

घटना के बाद कारोबारी की पिस्टल की तलाश की जा रही थी। कारोबारी के परिजनों को साफ सफाई में घर के अंदर पिस्टल मिली थी, जो पुलिस को सौंप दी गई थी। एसआइटी की जांच के आधार पर शुक्रवार को एडीजी प्रेमप्रकाश ने बताया था कि अबतक सामने आया है कि क्रशर कारोबारी की हत्या नहीं हुई थी बल्कि उन्होंने आत्महत्या की थी। एसआइटी की जांच में जो साक्ष्य सामने आए हैं, उनसे साबित होता है कि कारोबारी को लगी गोली उनकी पिस्टल से ही चली थी। यह तथ्य पिस्टल की जांच के बाद सामने आया है। पिस्टल को आशाराम नाम के व्यक्ति ने उनके घर पहुंचाया था। उन्होंने कहा कि अभी किसी को क्लीन चिट नहीं दी गई है, जांच की जा रही है।

भाइयों ने जांच पर उठाए सवाल

दिवंगत क्रशर कारोबारी के भाइयों ने जांच पर सवाल उठाए हैं और राजफाश को लेकर कई बिंदुओं पर असंतुष्ट हैं। बड़े भाई रविकांत त्रिपाठी ने कहा कि पूरे मामले के मुख्य आरोपित को आजतक गिरफ्तार न करना संदेह पैदा करता है, उन्हें कोरोना होने की बात कही जा रही है। और भी बहुत से सवाल हैं जो संदेह पैदा कर रहे हैं। आज तेरहवीं संस्कार होने के कारण व्यस्त हैं, एक दो दिन में अबतक हुई जांच को लेकर खामियां के बाबत शासन स्तर पर शिकायत करेंगे। एसआइटी द्वारा अबतक की जांच में सामने लाए गए तथ्य आधे अधूरे हैं। मामले में सीओ को जांच अधिकारी नियुक्त किया जाना सही नहीं है, वह मांग करेंगे कि प्रकरण के हर बिंदु पर एसआइटी या आईजी स्तर के अधिकारी से निष्पक्ष जांच कराई जाए।

बड़े भाई विजयकांत त्रिपाठी ने कहा कि अबतक आरोपित पूर्व एसपी मणिलाल पाटीदार की गिरफ्तारी न होने और किसी भी प्रकार की पूछताथ न किए जाने से असंतोष है। भतीजे शरद त्रिपाठी ने आरोपित एसपी के कोरोना पाॅजिटिव होने की रिपोर्ट को संदेहजनक बताया। कहा कि उन्हें कोरोना कब हुआ व अन्य उनके स्वजन की जांच कब हुई सारी रिपोर्ट का खुलासा किया जाए।

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