फतेहपुर में ठगी के करोड़ों रुपयों से बनाई गई थी आलीशान बिल्डिंग, दबिश से पहले भाग निकला आरोपित

क्षेत्र के दिहुली निवासी आशा बहू कृष्णा और इसके भतीजे ललित से सचिवालय और स्वास्थ्य विभाग में नौकरी लगवाने के नाम पर लाखों की रुपये राजू सिंह व पत्नी रेनू सिंह ने ठग लिए थे। पुलिस ने ठग दंपती पर मुकदमा दर्ज कर लिया है।

By Akash DwivediEdited By: Publish:Sat, 19 Jun 2021 09:50 PM (IST) Updated:Sat, 19 Jun 2021 09:50 PM (IST)
फतेहपुर में ठगी के करोड़ों रुपयों से बनाई गई थी आलीशान बिल्डिंग, दबिश से पहले भाग निकला आरोपित
मीरपुर मजरे सखियांव गांव में आरोपित राजू का घर

कानपुर, जेएनएन। मीरपुर मजरे सखियांव गांव के ठग ने विगत आठ वर्ष में करोड़ों रुपये की ठगी कर आलीशान बिल्डिंग बनवा ली और गांवों में चार-पांच मंदिर भी बनवाए। खास बात ये है कि अभी भी ठग के शिकार कई ऐसे पीडि़त हैं जो गवां चुके प्रापर्टी पाने के लिए भटक रहे हैं। हालांकि, शातिर ठग की तलाश में पुलिस ने उसके घर में छापेमारी की लेकिन वह मिला नहीं।

क्षेत्र के दिहुली निवासी आशा बहू कृष्णा और इसके भतीजे ललित से सचिवालय और स्वास्थ्य विभाग में नौकरी लगवाने के नाम पर लाखों की रुपये राजू सिंह व पत्नी रेनू सिंह ने ठग लिए थे। पुलिस ने ठग दंपती पर मुकदमा दर्ज कर लिया है। वहीं, मीरपुर गांव के लखन मौर्य व पत्नी गायत्री देवी भी ठगी का शिकार हुए। इनका आरोप था कि एक वर्ष पूर्व ठग राजू सिंह बहाने से उसके डेढ़ बीघा खेत अपने नाम करवा लिए। इसी प्रकार दिहुली निवासी देवानंद, पीडि़त राहुल सिंह निवासी बुधइयापुर कोतवाली, सुखनिधान निवासी इटैलीपुर थाना सैनी जिला कौशांबी हैं। इन पीडि़तों का आरोप है कि सत्ता पक्ष में पकड़ होने की वजह से उनकी रिपोर्ट तक नहीं दर्ज हुई और वह रुपये व खेत लेने को इसके घर चक्कर काटने को मजबूर हैं। कार्यवाहक एसओ उपदेश कुमार का कहना था कि धोखाधड़ी में नामजद राजू सिंह व इसकी पत्नी रेनू की गिरफ्तारी के लिए घर में छापेमारी की गई, लेकिन ये दोनो फरार हैं।

चार वर्ष पूर्व भाई ने बनवाए थे पांच मंदिर : चार बीघा का काश्तकार होने के साथ ठग के पास कोई व्यवसाय भी नहीं है। इसके बावजूद इतने कम दिनों में इसने इतनी संपत्ति कैसे अर्जित कर ली, ये बात ग्रामीण के साथ स्वजन भी नहीं बता पा रहे हैं। सगे भाई कमलेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि भाई राजू सिंह के हिस्से में चार बीघा खेत है जिससे वह जीविकापार्जन करता है। चार साल के भीतर गांव में उसने पांच मंदिर बनवाए हैं, जिसमें घर से जुड़ी जमीन में विशाल भव्य शिवमंदिर बनवाया है अन्य चार मंदिर छोटे-छोटे हैं।

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