Lucknow Kanpur एक्सप्रेस-वे के लिए जुलाई के पहले हफ्ते में टेंडर, दिसंबर तक शुरू हो सकता काम

कानपुर से लखनऊ तक प्रस्तावित एक्सप्रेस के लिए 465 हेक्टेयर में चार सौ हैक्टेयर भूमि का एनएचआइ ने बैनामा कराया है। 80 फीसद से अधिक अधिग्रहण होने के कारण अब टेंडर की बाधा दूर हो गई है ।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Wed, 23 Jun 2021 07:43 AM (IST) Updated:Wed, 23 Jun 2021 07:43 AM (IST)
Lucknow Kanpur एक्सप्रेस-वे के लिए जुलाई के पहले हफ्ते में टेंडर, दिसंबर तक शुरू हो सकता काम
कानपुर से लखनऊ की राह आसान होगी।

कानपुर, जेएनएन। कानपुर से लखनऊ के लिए प्रस्तावित छह लेन के एक्सप्रेस-वे के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण जुलाई के पहले सप्ताह में टेंडर मांगेगा। पहले टेंडर अप्रैल में मांगे जाने थे, लेकिन भूमि अधिग्रहण का काम मानक के अनुरूप न होने की वजह से इसे टाल दिया गया था। अब 465 हेक्टेयर में से चार सौ हेक्टेयर भूमि का बैनामा करा लिया गया है। 80 फीसद भूमि का अधिग्रहण होने की वजह से टेंडर की बाधा दूर हो गई है।

प्राधिकरण पहले अक्टूबर में निर्माण शुरू कराने जा रहा था, लेकिन अब दिसंबर तक काम शुरू कराने का लक्ष्य रखा गया है। सड़क छह लेन होगी, लेकिन पुलिस और फ्लाईओवर के स्ट्रक्चर आठ लेन के होंगे। शहीद पथ लखनऊ से बनी तक सेंट्रल डिवाइडर पर ङ्क्षसगल पिलर पर छह लेन एलीवेटेड रोड बनेगा, इसके बाद बनी से उन्नाव होते हुए आजाद चौराहा तक मार्ग भूतल होगा। इसे कानपुर रिंग रोड और गंगा बैराज मार्ग और उन्नाव- लालगंज हाईवे भी से भी जोड़ा जाएगा।

जानें- कैसा होगा एक्सप्रेस वे

06 लेन का होगा एक्सप्रेस वे

26 छोटे और दो बड़े पुल बनेंगे

16 वाहन अंडरपास और 22 पैदल अंडरपास होंगे।

01 रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण किया जाएगा।

62.755 किलोमीटर लंबा होगा होगा यह मार्ग।

4733.50 करोड़ रुपये आएगी सड़क निर्माण की लागत।

06 जगहों पर सर्विस रोड बनाई जाएगी।

45 मिनट लगेंगे लखनऊ पहुंचने में एक्सप्रेस-वे बनने के बाद टेंडर की प्रक्रिया शुरू की जा रही है। हर हाल में जुलाई के पहले हफ्ते में टेंडर मांगे जाएंगे। कोशिश है कि दिसंबर तक निर्माण का कार्य शुरू हो जाए। चार सौ हेक्टेयर भूमि ली जा चुकी है। ऐसे में अब टेंडर में कोई दिक्कत नहीं है। -एनएन गिरि, परियोजना निदेशक एनएचएआइ

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