कानपुर में अबतक का सबसे कम वैक्सीनेशन, नहीं दिख रहा फ्रंटलाइन वर्कर्स में उत्साह

कानपुर जिले के 27 वैक्सीनेशन सेंटर में 50 बूथ पर टीकाकरण किया गया। इसमें 5846 फ्रंटलाइन वर्कर में 1471 ही वैक्सीन के लिए पहुंचे और 25 फीसद वैक्सीनेशन ही हुआ है। यह आंकड़ा अबतक का सबसे कम माना जा रहा है।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Sat, 13 Feb 2021 07:53 AM (IST) Updated:Sat, 13 Feb 2021 07:53 AM (IST)
कानपुर में अबतक का सबसे कम वैक्सीनेशन, नहीं दिख रहा फ्रंटलाइन वर्कर्स में उत्साह
कानपुर में फ्रंटलाइन वर्कर को लगाई कोरोना वैक्सीन ।

कानपुर, जेएनएन। जिले में कोरोना की वैक्सीन लगवाने को लेकर फ्रंटलाइन वर्कर में उत्साह नहीं दिख रहा है। इस वजह से शुक्रवार को वैक्सीनेशन में कानपुर जिला मंडल में सबसे पिछड़ गया। उर्सला में सबसे कम पांच फ्रंटलाइन वर्कर को वैक्सीन लग सकी, जबकि पीएसी कमांडेट के हॉस्पिटल में सर्वाधिक 371 को वैक्सीन लगाई गई। जिले में 5846 फ्रंटलाइन वर्कर में से सिर्फ 1471 ही वैक्सीन लगवाने के लिए वैक्सीनेशन सेंटर तक पहुंचे। जिले में महज 25.2 फीसद वैक्सीनेशन हुआ, जो अबतक का सबसे कम है।

जिले में 27 वैक्सीनेशन सेंटर में 50 बूथ बनाए गए थे। इनमें से कुछ को छोड़कर सभी सेंटर पर शुक्रवार सुबह से सन्नाटा पसरा रहा। पीएसी अस्पताल के सेंटर पर सुबह से लेकर शाम तक वैक्सीन लगाने के लिए जवानों में जबरदस्त उत्साह रहा। ग्रामीण क्षेत्रों में भी वैक्सीनेशन शहरी की अपेक्षा ठीक रहा, यहां भी एक-दो करके फ्रंटलाइन वर्कर वैक्सीन लगवाने के लिए आते रहे।

पीएसी में 371 का वैक्सीनेशन

जिले में शुक्रवार को फ्रंटलाइन वर्कर के कोरोना वैक्सीनेशन में पीएसी कमांडेट के अस्पताल में सौ फीसद से अधिक जवानों ने वैक्सीन लगवाई। यहां 289 फ्रंटलाइन वर्कर को वैक्सीन लगाई जानी थी। दोपहर बाद यहां वैक्सीन खत्म हो गई। ऐसे में अतिरिक्त वैक्सीन मंगानी पड़ गई। शाम पांच बजे तक यहां 371 को वैक्सीन लगाई गई थी, जो 128 फीसद रहा।

पुलिस अस्पताल में 148 को लगी वैक्सीन

पुलिस लाइन अस्पताल में 500 पुलिसकर्मियों एवं नगर निगम कर्मियों का वैक्सीनेशन होना था। इसके लिए यहां चार टीमें लगाई गईं थी। उसके बाद भी यहां देर शाम तक 148 फ्रंटलाइन वर्कर ही वैक्सीन लगवाने के लिए पहुंचे।

नगर निगम में 445 को लगा टीका

नगर निगम मुख्यालय मोतीझील में शुक्रवार को 756 को वैक्सीन लगाई जानी थी। सबसे पहले नगर निगम के रबिश विभाग के प्रभारी ए रहमान को पूर्वाह्न 11.38 बजे कोरोना की वैक्सीन लगाई जा सकी। शाम तक 445 नगर निगम के कर्मचारियों ने ही वैक्सीन लगवाई।

हैलट में 70 को ही लगी वैक्सीन

जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के हैलट अस्पताल के वैक्सीनेशन सेंटर पर 720 नगर निगम के फ्रंटलाइन वर्कर को वैक्सीन लगाई जानी थी। शाम तक 70 फ्रंटलाइन वर्कर ही वैक्सीन लगवाने के लिए पहुंचे। उनका उत्साहवर्धन करने के लिए एडी हेल्थ डॉ. जीके मिश्रा भी काफी देर तक डटे रहे। उसके बाद भी यहां 9.77 फीसद वैक्सीनेशन हो सका।

उर्सला में सिर्फ पांच फ्रंटलाइन वर्कर पहुंचे

उर्सला अस्पताल में 360 फ्रंटलाइन वर्कर को वैक्सीन लगाई जानी थी। यहां देर शाम तक सिर्फ पांच कर्मचारी ही आए। यहां सिर्फ 1.4 फीसद वैक्सीनेशन हो सका, जो जिले में सबसे खराब है।

सीडीओ को हैलट में लगी वैक्सीन

सीडीओ डॉ. महेंद्र कुमार का वैक्सीनेशन पहले उर्सला अस्पताल में किया जाना था। ऐन वक्त में कार्यक्रम बदल गया। उन्हें दोपहर 2.45 बजे हैलट के वैक्सीनेशन सेंटर पर वैक्सीन लगाई गई। जिले में वैक्सीनेशन बहुत ही खराब हुआ है। इसकी समीक्षा शनिवार को करेंगे। यहां के सीएमओ, एसीएमओ, डिप्टी सीएमओ एवं पार्टनर एजेंसी के प्रतिनिधियों के साथ मंथन करेंगे, ताकि आगे के चरण में बेहतर रिजल्ट मिल सके। -डॉ. जीके मिश्रा, एडी हेल्थ कानपुर मंडल

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