चर्चा में है कानपुर की महिला दारोगा और एसआई की Love Story, अब अफसरों ने जांच शुरू कराई
कानपुर कोतवाली में तैनात महिला दारोगा की शिकायत के बाद रविवार को पूरे दिन सुलह समझौते का प्रयास चलता रहा लेकिन उप निरीक्षक के मुकर जाने पर अब उच्चाधिकारियों ने प्रकरण की जांच रिपोर्ट तलब की है ।
कानपुर, जेएनएन। प्यार में कोई बंदिश नहीं है और कब कहां और किससे प्रेम हो जाए कुछ कहा नहीं जा सकता है। ऐसी ही एक दिलचस्प लव स्टोरी कानपुर पुलिस महकमे में सामने आई है। प्यार-मोहब्बत और संग जीने मरने की कसमें-वादों के बीच दो प्यार करने वाले पुलिस दारोगा के बीच ऐसा न जाने क्या हुआ कि हालात मारपीट तक पहुंच गए। अब शिकायत पर उच्चाधिकारियों ने प्रकरण में जांच शुरू कराई है और रिपोर्ट मांगी है।
उच्चाधिकारियों ने तलब की रिपोर्ट
महिला दारोगा और उपनिरीक्षक (एसआइ) के बीच प्रेम संबंधों में हुई मारपीट को लेकर रविवार पूरे दिन सुलह की कोशिश हुई। हालांकि, उपनिरीक्षक के मुकरने पर अब जांच रिपोर्ट तलब की गई है। महिला दारोगा कानपुर कोतवाली में तैनात है, जबकि एसआइ की तैनाती घाटमपुर कोतवाली के एक हल्के में है। सूत्रों के मुताबिक, एसआइ व महिला दारोगा घाटमपुर इंस्पेक्टर धनेश प्रसाद के सामने भी पेश हुए हैं। इस पर उन्होंने महिला दारोगा पर दबाव बनाते हुए उसे वापस भेज दिया। उनका कहना है कि महिला दारोगा से उनकी मुलाकात नहीं हुई। वह ब्लॉक में नामांकन कार्यक्रम में व्यस्त थे। तहरीर मिलने पर कार्रवाई होगी। उधर, उच्चाधिकारियों ने मामले की रिपोर्ट तलब की है।
तीन साल पहले शुरू हुआ प्रेम प्रसंग
सूत्रों के मुताबिक, वर्तमान में घाटमपुर में तैनात एसआइ और महिला दारोगा के बीच करीब तीन साल से प्रेम संबंध थे। कल्याणपुर थाने में तैनाती के दौरान दोनों एक-दूसरे के संपर्क में आए थे। महिला दारोगा को अपने पति की जगह तैनाती मिली थी। एसआइ ने महिला दारोगा को शादी का झांसा देकर संबंध बनाए थे। कुछ दिन पहले वह शादी से मुकर गया था। रविवार को महिला दारोगा कानपुर से घाटमपुर पहुंची। शादी का दबाव बनाने पर एसआइ ने उससे मारपीट की। पूरी घटना कोतवाली के बगल में बने सब इंस्पेक्टरों के आवास में हुई। इसके बाद पुलिस ने विभागीय मामला होने के कारण उसे पूरी तरह से दबा दिया था।