कर्मचारियों का असलहा लाइसेंस की फाइलें जांचने से इंकार, हजारों लाइसेंस संबंधी फाइलों की पड़ताल शेष
41 हजार में पच्चीस हजार छह सौ फाइलें जांची जा चुकी हैं। फाइलों के जीर्णशीर्ण होने को बताया जा रहा है कारण। तीन हजार से अधिक फाइलों को गलत तरीके से किया गया था पास। फाइल में डीएम द्वारा एडीएम को असलहा लाइसेंस स्वीकृत करने संबंधी पत्र संलग्न नहीं है।
कानपुर, जेएनएन। तीन हजार से अधिक असलहा लाइसेंस की फाइलों में गड़बड़ी की जांच एसआइटी से कराने की संस्तुति करने के बाद डीएम आलोक तिवारी ने शेष फाइलों की पड़ताल करने का आदेश दिया था। फाइलों की पड़ताल में लगाए गए कलेक्ट्रेट के कर्मचारियों ने फाइलों की पड़ताल करने से मना कर दिया है। कर्मचारियों का कहना है कि फाइलें जीर्णशीर्ण अवस्था मेंं हैं, जिनकी जांच करना टेढ़ी खीर साबित होगी। ऐसे में 15400 फाइलों की पड़ताल अधर में लटक गई है। 41 हजार फाइलों में 25,600 फाइलों की पड़ताल हो सकी है, जबकि 15,400 फाइलों की पड़ताल होना बाकी है।
असलहा लाइसेंस बनाने सें संबंधित तीन हजार से अधिक फाइलें ऐसी हैं, जिनमें हस्ताक्षर तो हैं, लेकिन अनुमोदित या स्वीकृत शब्द नहीं लिखा है। इसी तरह कुछ फाइलें ऐसी भी हैं, जिन पर हस्ताक्षर तो हैं,लेकिन पदनाम नहीं लिखा। तमाम फाइलें गलत व मनमाने तरीके से एडीएम स्तर से ही स्वीकृत थीं। किसी भी फाइल में डीएम द्वारा एडीएम को असलहा लाइसेंस स्वीकृत करने संबंधी पत्र संलग्न नहीं है।