कानपुर में तीन किमी दायरे में घूम रहा तेंदुआ, दहशत में इलाकाई लोग, स्कूल-कालेज बंद
कानपुर के नवाबगंज के वीएसएसडी कालेज कैंपस में दिखा तेंदुआ तीन दिन बाद भी पकड़ा नहीं जा सका है। इलाके के लोगों में दहशत बनी और शाम को सड़कों पर सन्नाटा पसर जा रहा है। तेंदुआ अबतक तीन कुत्तों को शिकार बना चुका है।
कानपुर, जागरण संवाददाता। गंगा किनारे के नवाबगंज इलाके में घुसा तेंदुआ तीन दिन बाद भी पकड़ा नही जा सका है, जिससे इलाकाई लोगों में दहशत का आलम बना हुआ है। बीते तीन दिन में तेंदुआ तीन कुत्तों को शिकार बना चुका है और खुलेआम घूम रहा है। पग चिह्नों के आधार पर गंगा बैराज के आसपास तीन किमी के दायरे में उसके होने की आशंका जताई जा रही है। वन विभाग की पूरी टीम उसे पकड़ने में लगी है और तीन पिंजड़े भी लगाए हैं। इलाके में दहशत का आलम इस कदर है कि शाम होते ही सड़कों पर सन्नाटा पसर जाता है, वहीं क्षेत्र के वीएसएसडी कालेज और पंड़ित दीनदयाल इंटर कालेज में छुट्टी कर दी गई है।
गंगा कटरी की ओर से शनिवार की रात एक तेंदुआ आबादी क्षेत्र में घुस आया और उसे वीएसएसडी कालेज कैंपस के सीसीटीवी फुटेज में देखा गया। इसके बाद वन विभाग की टीम सक्रिय हो गई और कालेज कैंपस में पंजे के निशान देखकर पिजड़े भी लगवा दिए गए। इसके साथ ही कटरी के जंगल में कांबिंग भी जारी है। तेंदुए की दहशत तीसरे दिन सोमवार को भी नजर आई। रविवार देर रात तेंदुआ पहले वीएसएसडी डिग्री कालेज परिसर से पं.दीनदयाल उपाध्याय स्कूल परिसर में गया। वहां से वापस वीएसएसडी डिग्री कालेज में आया और काफी देर तक चहलकदमी करता रहा। जहां-जहां पिजंरे लगे थे, वहां आसपास भी घूमा। पग चिह्नें के आधार पर उसके घूमने का दायरा दो से तीन किलोमीटर पाया गया है लेकिन अभी तक वन विभाग के अफसर उसे पकड़ नहीं सके हैं। वन विभाग की टीम दिनभर खाक छानती रही लेकिन तेंदुआ नहीं मिल सका है।
सोमवार की शाम साढ़े छह बजे के आसपास तेंदुआ जब पं. दीनदयाल उपाध्याय स्कूल फिर पहुंचा तो छात्रवास में मौजूद छात्रों ने जमकर शोर मचाया। इस बार उसने वीएसएसडी डिग्री कालेज परिसर से सटे घने जंगलों के बीच दो और कुत्तों को शिकार बनाया। वन विभाग ने पीलीभीत से कैमरा ट्रैप (नाइट विजन कैमरा) के साथ ट्रैकर अविरल वाजपेयी व परवेज को बुलाया है। डीएफओ अरविंद यादव का कहना है कि तेंदुए को ट्रैंकुलाइज (बेहोश करना) कर पकड़ने की पूरी तैयारी कर ली है। चिकित्सक मो.नासिर ने तेंदुआ के पग चिह्नें को देखा है। वीएसएसडी कालेज परिसर में बने खंडहरनुमा भवन को भी खंगाला, घने जंगल में जाकर तलाश की गई है। सोमवार को जंगल में दो कुत्ते मरे मिले।
दहशत में लोग, शाम होते ही टार्च निकाल तेंदुआ तलाशते रहे
जिस तरह से तेंदुआ वीएसएसडी डिग्री कालेज परिसर के आसपास दो से तीन किलोमीटर क्षेत्र में खुला घूम रहा, उससे लोगों में दहशत हो गई। शाम होते ही कालेज के ठीक सामने व बगल में सेठ मोतीलाल खेडिय़ा स्कूल वाली सड़क पर सन्नाटा पसरा रहा। लोगों ने शाम होते ही टार्च निकाल ली और तेंदुआ को तलाशते रहे।
संपत्ति निदेशक ने नाराजगी व्यक्त की
वीएसएसडी डिग्री कालेज में सोमवार सुबह संपत्ति निदेशक अविनाश चतुर्वेदी ने वन विभाग के अफसरों व चिडिय़ाघर के चिकित्सकों से नाराजगी व्यक्त की। कहा, तेंदुए को पकडऩे के लिए कोई रणनीति नहीं बनाई, केवल हवा-हवाई बातें की जा रही हैं और तेंदुआ बिना किसी डर के आराम से परिसर में घूम रहा है।
फिर स्कूल-कालेज बंद
तेंदुए की दहशत के चलते मंगलवार को पं.दीनदयाल उपाध्याय सनातन धर्म विद्यालय में छुट्टी कर दी गई है। यह जानकारी प्रधानाचार्य राकेश त्रिपाठी ने दी। इसी तरह वीएसएसडी डिग्री कालेज में शिक्षण कार्य नहीं होगा। प्राचार्य विपिन कौशिक के मुताबिक जरूरी कार्यों को देखते हुए कुछ शिक्षकों को आने के लिए कहा गया है।
अब गंगा बैराज की ओर पहुंचा तेंदुआ
सोमवार रात में वन विभाग की टीम ने 10:30 बजे से सुबह 4 बजे तक की तलाश लेकिन तेंदुआ नहीं मिला। सुबह गंगा बैराज क़े समीप लवकुश नगर में सुरक्षा कर्मी व लोगों ने बताया कि तेंदुआ दिखा है। अफसरों को वहां तेंदुए के पद चिन्ह भी मिले हैं। अब यहां कैमरा ट्रैप और ट्रैकर की मदद से फिर से तलाश की जा रही है।