अस्मत बचाने को यूपीएससी की कोचिंग व नौकरी छोड़ी
शोहदे से तंग आकर चकेरी की युवती ने लिया निर्णय।
जागरण संवाददाता, कानपुर : सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ महिलाओं के मान सम्मान को लेकर जितना संजीदा हैं उतनी ही असंवेदनशील चकेरी थाने की पुलिस है। इसका ताजा उदाहरण क्षेत्र की एक युवती है,जिसने शोहदे की छेड़छाड़ से परेशान होकर यूपीएससी की कोचिंग छोड़कर न सिर्फ अपने अरमानों को तिलांजलि दी वरना अच्छी खासी बैंक की नौकरी से भी त्याग पत्र दे दिया और स्वयं को घर की चाहरदीवारी में कैद कर लिया। मामले को संज्ञान में लेते हुए तत्कालीन एसपी पूर्वी शिवा जी युवती के घर उसे हिम्मत बंधाने आ चुके हैं, लेकिन चकेरी पुलिस की कार्यप्रणाली से आरोपित बेखौफ एवं युवती व उसका पूरा परिवार खौफजदा है। आलम यह है कि आरोपित पीड़िता व उसके परिवार को मुकदमा वापस लेने के लिए धमकी दे रहा है। आरोपित अग्रिम जमानत लेकर खुलेआम घूम रहा है। पीड़िता ने धमकियों से परेशान होकर आलाधिकारियों से शिकायत की,लेकिन पुलिस आरोपित पर एक और मुकदमा दर्ज कर चुपचाप बैठ गई। लेकिन, पीड़िता को न्याय नहीं मिला।
युवती ने आरोप लगाया है कि इलाके का रहने वाला ऋषभ भदौरिया बीते दो साल से कोचिंग के लिए एवं आफिस आते जाते न सिर्फ छेड़ता है वरन कई बार उसकी अस्मत पर भी हमला करने का प्रयास कर चुका है। युवती ने मार्च 2021 में आरोपित के खिलाफ चकेरी थाने में छेड़खानी का मुकदमा दर्ज कराया था। थाना प्रभारी अमित तोमर ने बताया कि पीड़िता की शिकायत पर रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। आरोपित पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उधर, युवती के बड़े भाई ने भी डर के मारे अपनी नौकरी छोड़ बिजनेस का काम शुरू कर दिया है। वह परिवहन विभाग में कार्यरत थे।