कचहरी गोलीकांड पर समझौते की चादर डालने की तैयारी में वकील, काफी समय से चल रहा था विवाद
कचहरी परिसर में दो दिन पहले दो पक्षों में हुई फायरिंग की घटना में अब समझौते के प्रयास किये जा रहे हैैं ताकि दोनों तरफ से दर्ज मुकदमें को समाप्त कराया जा सके। वकील के दोनों पक्षों ने एक दूसरे के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है।
कानपुर, जेएनएन। कचहरी में वकीलों के दो पक्षों के बीच हुई हवाई फायरिंग की घटना पर अब पर्दा डालने की कवायद शुरू हो गई है। एक ओर जहां वकील इस घटना को शर्मनाक और निदंनीय बता रहे हैं वहीं दूसरी ओर संस्थाएं इस कृत्य पर समझौता कराकर मामला शांत कराने में जुट गई हैं।
मवइया निवासी अधिवक्ता एचपी सिंह ने महिला से जमीन का एग्रीमेंट कराया था। अधिक पैसा मिलने पर महिला ने अधिवक्ता धर्मेंद्र सिंह धर्मू से भी एग्रीमेंट कर लिया जिसकी पंचायत सोमवार को बार एसोसिएशन के पूर्व महामंत्री संदीप सिंह के चेंबर में शुरू हुई। पंचायत का कोई हल नहीं निकला तो दोनों पक्ष बाहर निकले और एक दूसरे पर हवाई फायरिंग शुरू कर दी।
धर्मेंद्र ने कोतवाली में तहरीर दी जबकि दूसरे दिन एचपी सिंह की ओर से भी तहरीर दी गई। कचहरी में ज्यादातर अधिवक्ता इस घटना के विरोध में हैं। उनका मानना है कि पहली बार जमीन को लेकर आमने सामने हुई हवाई फायरिंग की घटना से जो गलत परंपरा पड़ी है वह आगे भी हो सकती है। यह अधिवक्ता आरोपितों पर कार्रवाई के पक्ष में हैं जबकि जमीनों के खेल से जुड़े कुछ ऐसे अधिवक्ता भी हैं जो दोनों पक्षों के बीच समझौते के प्रयास में जुट गए हैं। बार एसोसिएशन के पदाधिकारियों तक इसके प्रयास किए जा रहे हैं हालांकि संस्थाओं ने साफ कर दिया है कि पुलिस अपना काम कर रही है। समन्वय समिति की बैठक के बाद संस्था अपना काम करेगी।