जींस-टीशर्ट वाली भिखारिनों ने होटल को बनाया था ठिकाना, कार वालों से मांगती थी दो सौ रुपये भीख

कानपुर में हाईफाई दिखने वाली भिखारिनों का गिरोह सक्रिय है जिसने होटलों को अपना ठिकाना बनाया है। पुलिस ने काकादेव से आठ भिखारिनें पकड़ी थीं इससे पहले बर्रा के होटलों में भी इस तरह की 27 महिलाएं व युवतियां पकड़ी जा चुकी हैं।

By Abhishek AgnihotriEdited By: Publish:Thu, 24 Jun 2021 12:45 PM (IST) Updated:Thu, 24 Jun 2021 05:15 PM (IST)
जींस-टीशर्ट वाली भिखारिनों ने होटल को बनाया था ठिकाना, कार वालों से मांगती थी दो सौ रुपये भीख
कानपुर में सक्रिय है हाईफाई भिखारिनों का गिरोह।

कानपुर, जेएनएन। ब्रांडेड जींस और टीशर्ट पहनकर भीख मांगने वाली महिलाओं ने एक होटल को अपना ठिकाना बना रखा था। हाईफाई ये भिखारिनें कार वालों को रोककर कम से कम दो सौ रुपये की भीख मांगती थी। पहले बर्रा में 27 युवतियां पकड़ी गई थीं तो अब काकादेव से दस महिलाएं पकड़ी गई हैं। गोद में बच्चा लेकर भीख मांगने वाली ये महिलाएं कार वालों को ही निशाना बनाती हैं।

कानपुर सक्रिय है भिखारिनों का गिरोह

जींस टाप पहनकर भीख मांगने वाली महिलाओं का गिरोह कानपुर सक्रिय है और हरबंश मोहाल के एक होटल को अपना अड्डा बना रखा था। अब काकादेव में इस तरह की महिलाओं के पकड़े जाने के बाद पुलिस आयुक्त ने गहरी नाराजगी जताई है। कादेव थाना पुलिस को मंगलवार को सूचना मिली थी कि देवकी टाकीज चौराहे के पास आठ से 10 महिलाएं गोदी में बच्चा लेकर भीख मांग रही हैं। सूचना पर पहुंची काकादेव पुलिस ने आठ महिलाओं को गिरफ्तार कर भिक्षावृत्ति अधिनियम के तहत कार्रवाई की थी। जबरन भीख मांगने को लेकर पिछले दिनों बर्रा में भी विवाद हुआ था, जिसके बाद पुलिस ने एक होटल में छापा मारकर वहां से भीख मांगने वाली 27 महिलाओं व युवतियों को पकड़ा था। हालांकि पूछताछ के बाद उन्हेंं छोड़ दिया गया।

इस तरह बनाती हैं शिकार

कानपुर शहर में पॉश इलाके इन महिलाओं का ठिकाना होते हैं, जहां कार सवार लोगों का ज्यादा अावागमन होता है। पहले से तैयारी के साथ गोद में बच्चा लेकर अपार्टमेंट और घरों के बाहर निश्चित समय पर पहुंच जाती हैं। इसके बाद अपार्टमेंट या कोठियों से कार बाहर निकलते ही रोक लेती हैं और खुद को अच्छे का घर का बताकर आर्थिक तंगी का हवाला देती हैं। बच्चों को कई दिन से भूखा बताकर दो तीन सौ रुपये की मांग करती हैं। जींस-टीशर्ट में महिला को ठीक ठाक मानकर उसकी बातों पर लोग विश्वास करके भीख दे देते हैं। मुख्य चौराहों पर भी ये महिला भिखारिनें अक्सर गोद में बच्चों को लिये दिखाई दे जाती हैं।

होटलों में ठहरी थी महिलाएं

अच्छे घरों की दिखाई देने वाली यह महिलाएं कोरोना काल में आर्थिक समस्या का हवाला देकर कार व अन्य वाहन चालकों से मदद के नाम पर भीख मांगती हैं। खास बात यह है कि जांच के बाद सामने आया कि यह महिलाएं राजस्थान और गुजरात की रहने वाली हैं और यहां हरबंश मोहाल स्थित एक होटल में रहती थीं और जींस पहनकर शहर में भीख मांगती हैं, क्योंकि घाघरा पहनने से लोग उन्हेंं बच्चा चोर समझ रहे थे। यही नहीं पिछले दिनों कोहना में ठगी के आरोप में जो तीन सिख पकड़े गए थे, वह भी यहीं के होटलों में ठहरे थे। लगातार तीसरी घटना के बाद पुलिस आयुक्त असीम अरुण ने नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि होटलों में चेकिंग के नाम पर खानापूॢत की जा रही है।

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सावधान रहें, भीख न दें

-मदद के नाम पर भीख मांगने वाले महिलाओं को भीख में पैसे न दें। पुलिस की जांच में सामने आया है कि यह इनका धंधा है, जिसमें यह छोटे बच्चों का भी सहारा लेती हैं।

-यह खुद को दूसरे प्रदेश का बताती हैं और वहां पर बाढ़ या अन्य समस्याओं का हवाला देकर पैसे मांगती हैं।

-पुलिस को पता चला है कि यह महिलाएं पैसे न देने पर छेड़खानी का भी आरोप लगाती हैं। इस तरह की समस्या आने पर पुलिस को सूचना दें।

-पुलिस को उनके द्वारा अन्य अपराधिक कृत्य करने की जानकारी भी मिली है, लेकिन प्रमाण न होने की वजह से पुलिस कार्रवाई नहीं कर सकी।

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