कानपुर के उर्सला अस्पताल में लैब टेक्नीशियसं का हंगामा, काम बंद करने से कोविड जांच प्रभावित
सीडीओ और सीएमओ ने उर्सला अस्पताल पहुंचकर लैब टेक्नीशियंस को समझाने का किया प्रयास किया लेकिन वो मानने को तैयार नहीं है इससे क्षेत्र में अभी तक सैंपलिंग न होने से कोविड जांच का कार्य भी प्रभावित हो रहा है।
कानपुर, जेएनएन। कोरोना की रैपिड रिस्पांस टीम एवं कांटेक्ट ट्रेसिंग टीम में लगे लैब टेक्नीशियसं मंगलवार की सुबह भड़क गए और काम बंद करके उर्सला अस्पताल में हंगामा शुरू कर दिया। कंट्रोल रूम के बाहर हंगामे की जानकारी पर सीएमओ पहुंच गए और समझाने का प्रयास किया लेकिन लैब टेक्नीशयन नहीं माने। उन्होंने कहा कि दो महीने से वेतन नहीं मिला है, जिससे परिवार चलाने में समस्या हो रही है, कई बार समस्या बताने के बाद भी उसका निराकरण नहीं हो सका।
दो माह से वेतन न मिलने से नाराज लैब टेक्नीनिशयन मंगलवार सुबह उर्सला अस्पताल परिसर स्थित सीएमओ कंट्रोल रूम के बाहर हंगामा करने लगे। उन्होंने क्षेत्र में जाने से इनकार कर दिया। आउसोर्सिंग पर रखे गए करीब 100 लैब टेक्नीशियन के क्षेत्र में नहीं जाने से सैंपलिंग एवं कोविड जांच का कार्य भी प्रभावित हो गया। सूचना पर मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) डॉ. महेश कुमार एवं सीएमओ डॉ. अनिल मिश्रा समझाने पहुंच गए। लैब टेक्नीशियन उनकी कोई बात सुनने के लिए तैयार नहीं हुए। उर्सला अस्पताल स्थित सभागार में सीडीओ व सीएमओ के साथ लैब टेक्नीशियन की बैठक चलती रही। सीएमओ डॉ. अनिल मिश्रा का कहना है कि जल्द ही उनकी समस्या का समाधान किया जाएगा। वेतन भुगतान में विलंब के मसले पर वह कुछ जवाब नहीं दे सके।
आप की मेहतन से नियंत्रित हुआ कोरोना
सीडीओ डॉ. महेश कुमार ने लैब टेक्नीशियन को समझाने का प्रयास किया। कहा, आपकी मेहतन का नतीजा है कि जिले में कोरोना नियंत्रित होने लगा है। एक सप्ताह से लगातार केस कम हुए हैं। शासन से भी जिले में बेहतर कार्य की तारीफ हो रही है। ऐसे में इस तरह की बातें अच्छी नहीं हैं। इसके बावजूद लैब टेक्नीशियन अपनी बात को लेकर अड़े हैं। अभी बातचीत चल रही है।