कानपुर में ग्रामीण मेधाओं के लिए सपना बना खेलो इंडिया मिनी स्टेडियम, करीब 35 करोड़ से होना था निर्माण

मिनी स्टेडियम में इनडोर खेलों की गतिविधियों का अभ्यास कराया जाएगा। जिसमें बॉक्सिंग कुश्ती बैडमिंटन टेबल टेनिस जूडो ताइक्वांडो भारोत्तोलन जिम्नास्टिक सहित एक दर्जन खेलों का प्रशिक्षण दिया जाएगा। हालांकि अधिकारी वर्ष 2022 में पूरा करने की बात कह रहे हैं।

By Shaswat GuptaEdited By: Publish:Sun, 01 Aug 2021 02:27 PM (IST) Updated:Sun, 01 Aug 2021 02:27 PM (IST)
कानपुर में ग्रामीण मेधाओं के लिए सपना बना खेलो इंडिया मिनी स्टेडियम, करीब 35 करोड़ से होना था निर्माण
खेलो इंडिया मिनी स्टेडियम की खबर से संबंधित प्रतीकात्मक फोटो।

कानपुर, जेएनएन। ग्रामीण क्षेत्रों के खिलाड़ियों को राष्ट्रीय मानक की सुविधाएं देने के लिए महाराष्ट्र की तर्ज पर मकसूदाबान में बन रहे खेलो इंडिया मिनी स्टेडियम का निर्माण कार्य कछुए की चाल की तरह चल रहा है। जिसे बनकर अब तक पूरा हो जाना चाहिए था उसमें सिर्फ 19 फीसद ही काम पूरा हो सका है। पिछले दिनों केडीए के मास्टर प्लान में वन क्षेत्र की आरक्षित भूमि और कोविड संक्रमण के कारण निर्माण कार्य पहले से ही धीमा चल रहा है। निर्माण कार्य की धीमी रफ्तार के कारण युवा कल्याण विभाग के पदाधिकारी कार्यदायी संस्था जिम्मेदार ठहरा रही है।

प्रधानमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट खेलों को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश में 62 मिनी स्टेडियम का निर्माण होना था। इसमें मकसूदाबाद के बाद सरसौल, भीतरगांव, बिधनू व पतारा में लगभग 35 करोड़ की लागत से चार स्टेडियम को स्वीकृति मिली थी। पिछले वर्ष इसकी शुरुआत बिठूर के मकसूदाबाद नसेनिया रोड पर बने रहे मिनी स्टेडियम से हो चुकी थी। जिसकी लागत लगभग आठ करोड़ तय की गई थी। जिसे केडीए ने मास्टर प्लान में वन आरक्षित भूमि बताकर पिछले दिनों बंद कराया दिया था। जिसके बाद कोविड संक्रमण के कारण कई दिनों काम बंद रहा। जिसके कारण ग्रामीण मेधाएं लंबे समय से इसक इंतजार कर रही हैं। हालांकि अधिकारी वर्ष 2022 में पूरा करने की बात कह रहे हैं।

इन खेलों में सुविधाएं देने की योजना: मिनी स्टेडियम में इनडोर खेलों की गतिविधियों का अभ्यास कराया जाएगा। जिसमें बॉक्सिंग, कुश्ती, बैडमिंटन, टेबल टेनिस, जूडो, ताइक्वांडो, भारोत्तोलन, जिम्नास्टिक सहित एक दर्जन खेलों का प्रशिक्षण दिया जाएगा।

chat bot
आपका साथी