Master Plan 2031 का Draft न देने पर KDA ने कंपनी को थमाया नोटिस, एक हफ्ते में देना होगा जवाब

इसके आधार पर ही आगे का विकास कार्य शुरू हो पाएगा। मास्टर प्लान 2031 का ड्राफ्ट देने में देरी कर रही रुद्रा अभिषेक इंटरप्राइजेज कंपनी को केडीए उपाध्यक्ष अरविंद सिंह ने नोटिस दिया है। कहा है कि एक हफ्ते में ड्राफ्ट बनाकर दें

By Akash DwivediEdited By: Publish:Tue, 14 Sep 2021 03:05 PM (IST) Updated:Tue, 14 Sep 2021 03:05 PM (IST)
Master Plan 2031 का Draft न देने पर KDA ने कंपनी को थमाया नोटिस, एक हफ्ते में देना होगा जवाब
अभिषेक इंटरप्राइजेज कंपनी को केडीए उपाध्यक्ष अरविंद सिंह ने नोटिस दिया

कानपुर, जेएनएन। शहर के नियोजित विकास का मास्टर प्लान 2031 तैयार न हो पाने के चलते बैराज क्षेत्रों और खत्म हो चुके औद्योगिक क्षेत्रों का विकास फंसा हुआ है। नए प्लान में कृषि और औद्योगिक क्षेत्र की जमीन का भूउपयोग परिवर्तन होना है। इसके आधार पर ही आगे का विकास कार्य शुरू हो पाएगा। मास्टर प्लान 2031 का ड्राफ्ट देने में देरी कर रही रुद्रा अभिषेक इंटरप्राइजेज कंपनी को केडीए उपाध्यक्ष अरविंद सिंह ने नोटिस दिया है। कहा है कि एक हफ्ते में ड्राफ्ट बनाकर दें, ताकि आगे की कार्यवाही शुरू की जा सके।

पहली बार तैयार हो रहा डिजिटल मास्टर प्लान : मास्टर प्लान 2031 में शहर के बढ़ते विस्तार के हिसाब से परिवर्तन किए जाने हैं। औद्योगिक, व्यावसायिक, आवासीय, कृषि या पर्यावरण के हिसाब से इलाके तय किए जाएंगे। शहर के विस्तार के हिसाब से आबादी को व्यवस्थित करना है। अमृत योजना के तहत पहली बार प्रदेश के शहरों का मास्टर प्लान डिजिटल बन रहा है।

दो बार प्लान नहीं दे पाई है कंपनी : पहले कंपनी को 31 मार्च तक प्लान का ड्राफ्ट बनाकर केडीए को देना था। 26 मार्च की केडीए बोर्ड बैठक में भी कंपनी को प्लान तैयार करने के आदेश दिए गए, लेकिन कोरोना के चलते काम रुक गया। 10 अगस्त को कंपनी को प्लान बनाकर देने को कहा गया, लेकिन कंपनी फिर भी नहीं दे पाई।

नवंबर तक प्लान होना है फाइनल : नवंबर तक प्लान फाइनल होना है, पर अभी तक कंपनी ड्राफ्ट नहीं दे पाई है। कंपनी ड्राफ्ट देगी, तब केडीए कमियों को दूर करेगा। इसके बाद जनता से एक माह तक आपत्ति मांगी जाएगी। इनका निस्तारण करने के बाद फाइनल प्लान जारी होगा।

यहां पर होगा तेजी से विकास बैराज और न्यू कानपुर सिटी में कृषि की जमीन ले रखी है। मास्टर प्लान में परिवर्तन होने पर आवासों का निर्माण तेजी से होगा। फजलगंज औद्योगिक क्षेत्र में कई फैक्ट्री बंद हो गई हैं। कई फैक्ट्रियों का भूउपयोग परिवर्तन करने के लिए केडीए में आवेदन भी आ चुके हैं। शहर के पाश इलाकों में औद्योगिक इकाइयां हैं। यहां पर आवासीय और व्यावसायिक लैंड यूज होने से लोगों को आवास के साथ ही रोजगार मिलेगा। मास्टर प्लान में 386 गांव शामिल होंगे। इसमें केडीए सीमा के 85 और अकबरपुर के 58 गांव भी शामिल हैं। इनका नए सिरे से विकास होगा।

इनका ये है कहना कंपनी को नोटिस दिया है कि एक हफ्ते में मास्टर प्लान 2031 का ड्राफ्ट बनाकर दें। -अरविंद सिंह, उपाध्यक्ष केडीए

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