कानपुर देहात: मुआवजे के लिए ढाई वर्ष बाद कब्र खोदकर श्रमिक का निकाला अस्थिपंजर, कोर्ट के आदेश पर बंगलुरु पुलिस ने की कार्रवाई

रसूलाबाद थाना क्षेत्र के भीटी कुर्सी निवासी रशीद कर्नाटक के बंगलुरु में किसी तंबाकू फैक्ट्री में कार्यरत था। वर्ष 2018 में फैक्ट्री में हुए हादसे के दौरान उसकी मौत हो गई थी। पत्नी रेहाना ने बताया कि मुआवजा देने की बात तत्कालीन प्रधान कमलेश देवी के सामने कहा था।

By Shaswat GuptaEdited By: Publish:Wed, 28 Jul 2021 09:33 PM (IST) Updated:Wed, 28 Jul 2021 09:33 PM (IST)
कानपुर देहात: मुआवजे के लिए ढाई वर्ष बाद कब्र खोदकर श्रमिक का निकाला अस्थिपंजर, कोर्ट के आदेश पर बंगलुरु पुलिस ने की कार्रवाई
कानपुर देहात के भीटी कुर्सी गांव में कब्र खोदते श्रमिक।

कानपुर देहात, जेएनएन। वर्ष 2018 में कर्नाटक के बंगलुरु की तंबाकू फैक्ट्री में हुए हादसे में जान गंवाने वाले श्रमिक की कब्र ढाई वर्ष बाद खोदकर अस्थिपंजर निकाले गए। श्रमिक की पत्नी के मुआवजे के लिए दर्ज मुकदमे में कोर्ट के आदेश पर कर्नाटक से आई पुलिस ने यह कार्रवाई की। अस्थिपंजर को पोस्टमार्टम को भेजने के अलावा डीएनए जांच से मृतक के ही शव होने की पुष्टि की जाएगी। इस दौरान एसडीएम अंजू वर्मा व रसूलाबाद पुलिस मौजूद रही। 

रसूलाबाद थाना क्षेत्र के भीटी कुर्सी निवासी रशीद कर्नाटक के बंगलुरु में किसी तंबाकू फैक्ट्री में कार्यरत था। वर्ष 2018 में फैक्ट्री में हुए हादसे के दौरान उसकी मौत हो गई थी। पत्नी रेहाना ने बताया कि उसके पति के शव के साथ आए फैक्ट्री मालिकों ने मुआवजा देने की बात तत्कालीन प्रधान कमलेश देवी के सामने कहा था और समझौता भी हुआ था। बाद में वह लोग मुकर गए और बच्चों रश्मि, मुवीन, सायरा व शहादत के लालन पोषण में दिक्कत हो गई। उसने वहीं की कोर्ट में मुकदमा दायर किया था और मुआवजे की मांग की थी। कोर्ट के आदेश पर स्व. रशीद के शव को लेने के लिए बंगलुरु के थाना माडनाय कनाली पुलिस के एसआइ एस. मुरलीधरन सिपाहियों संग बुधवार को यहां पहुंचे। एसडीएम अंजू वर्मा व रसूलाबाद पुलिस संग वह लोग गांव पहुंचे और कब्र को श्रमिक लगाकर खोदवाकर अस्थिपंजर निकाले। एसडीएम ने बताया कि अस्थिपंजर का यही पर पोस्टमार्टम होगा और डीएनए टेस्ट होगा। कोर्ट यह तस्दीक करेगी कि शव रशीद का ही है। बाकी कार्रवाई कर्नाटक बंगलुरु से ही होगी। 

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