डिजिटल रामायण व वीडियो वाल से त्रेतायुग के जीवंत दर्शन करेंगे कानपुरवासी, मोतीझील में चल रहा काम
मोतीझील स्थित तुलसी उपवन में शहरवासियों को जल्द ही स्वदेश दर्शन योजना के तहत रामायण थीम पार्क और लेजर लाइट शो के जरिए त्रेतायुग जीवंत दर्शन करने का अवसर मिलेगा। थीम पार्क में होने वाले सारे काम लगभग पूर्ण हो चुके हैं।
कानपुर, जेएनएन। शहर के बीचो-बीच स्थित तुलसी उपवन जल्द ही शहरवासियों को त्रेतायुग के जीवंत दर्शन कराएगा। स्वेदश दर्शन योजना के तहत तुलसी उपवन में बन रहे रामायण थीम पार्क में डिजिटल रामायण व वीडियो वाल का काम अंतिम चरणों में चल रहा है। जिसके बाद पूरा होने के बाद शहरवासी रामायण काल से परिचित होंगे। संस्कृति प्रेमियों के ख्वाबों को जल्द आयाम मिल जाएगा। यह शहर का पहला रामायण थीम पार्क होगा जहां त्रेतायुग को लाइट एंड साउंड के जरिए दिखाया जाएगा।
मोतीझील स्थित तुलसी उपवन में शहरवासियों को जल्द ही स्वदेश दर्शन योजना के तहत रामायण थीम पार्क और लेजर लाइट शो के जरिए त्रेतायुग जीवंत दर्शन करने का अवसर मिलेगा। थीम पार्क में होने वाले सारे काम लगभग पूर्ण हो चुके हैं। जिसकी शुरुआत के बाद तुलसी उपवन पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बन जाएगा। कोविड संक्रमण के कारण चलते कार्यदायी संस्था को लाइट एडं साउंड शो के एक्सपर्ट और जरूरी सामान आयात नहीं हो पाने के कारण यह योजना लंबित थी। पिछले दिनों मंडलायुक्त ने इसकी स्क्रिप्ट को प्रबुद्धजनों के साथ फाइनल करने के निर्देश दिए थे। कार्यदायी संस्था के मुताबिक डिजिटल रामायण के साफ्टवेयर की सेटिंग व वीडियो वाल के ट्रायल के बाद रामायण थीम पार्क शुरू किया जाएगा। इसमें तुलसीदास की रचनाएं व दोहे, रामायण के प्रमुख पात्र, श्रीराम व देवी सीता का विवाह, रामाज्ञा, संकटमोचन, जानकी मंगल, सीता हरण, वनवास सहित रामायण के अलौकिक प्रस्तुतियों को दिखाया जाएगा। इसमें दोहावली, कवितावली, गीतावली, पार्वती मंगल, श्रीकृष्ण लीला लाइट एंड साउंड शो के माध्यम से प्रसारण होगा।
इस योजना को पर्यटन मंत्रालय भारत सरकार की केंद्रीय योजना स्वदेश दर्शन के तहत लगभग साढ़े पांच करोड़ की धनराशि जारी की गई थी। जिसका कार्य वर्ष 2018 में शुरू किया गया था। इसमें कार्यदायी संस्था नेशनल प्रोजेक्ट्स कंसट्रक्शन कारपोरेशन लिमिटेड को थीम पार्क का विकास, बैंच, सोलर लाइट, हाइमास्क लाइट डस्टबिन, साइनेज, ध्वनि एवं प्रकाश, सत्संग भवन का कार्य कराना था।