Kanpur Weather Update: मौसमी सिस्टम से सर्दी पर ब्रेक, हवा की रफ्तार भी पड़ गई धीमी
अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से आने वाली हवाओं के आपस में टकराने से तापमान में स्थिरता बनी हुई है। जम्मू कश्मीर के पास सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ और राजस्थान के ऊपर बना विपरीत हवा का क्षेत्र बन गया है।
कानपुर, जेएनएन। चारों ओर से बन गए मौसमी सिस्टमों ने कड़ाके की सर्दी पर ब्रेक लगा दिया है। दिन में जहां गर्मी का अहसास हो रहा है, वहीं शाम और रात के समय हल्की ठंड बनी हुई है। यह स्थिति अभी चार से पांच दिन और रहेगी। अधिकतम और न्यूनतम तापमान में हल्का उतार चढ़ाव होगा और मौसम ऐसा ही बना रहेगा।
जम्मू कश्मीर के पास पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है, जबकि अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से आने वाली हवा आपस में टकरा रही हैं। राजस्थान के ऊपर विपरीत हवा का क्षेत्र बन गया है। बुधवार को अधिकतम तापमान जहां 28.2 और न्यूनतम 11.0 डिग्री सेल्सियस हो गया है, वहीं हवा की रफ्तार भी दो दिन के मुकाबले कम हो गई है। बारिश के आसार न के बराबर हैं।
चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम विशेषज्ञ मौसम में हो रहे परिवर्तन पर लगातार नजर रखे हुए हैं। डॉ. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ की वजह से कैस्पियन सागर की ओर से आने वाले शुष्क हवा रुक गई है। जम्मू कश्मीर में मंगलवार और बुधवार को जमकर वर्षा हुई। गुरुवार को यह खिसक कर हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड तक चला जाएगा। वहां के पहाड़ी क्षेत्रों में बारिश होगी और हिमपात के आसार हैं। पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, एनसीआर और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कुछ जगहों पर वर्षा हो सकती है। कानपुर, फतेहपुर, उन्नाव, फर्रुखाबाद, कन्नौज, कानपुर देहात, इटावा, औरैया, एटा, प्रयागराज आदि शहरों में वर्षा के आसार न के बराबर हैं।
मौसम का पूर्वानुमान
आसमान साफ रहेगा, कुछ शहरों में बदली छाई रह सकती है। कई मौसमी सिस्टमों की वजह से वायुमंडल में नमी बढ़ गई है। मंगलवार को अधिकतम आर्द्रता 89 फीसद थी, जबकि बुधवार को 93 फीसद रिकार्ड हुई है। हवा की रफ्तार मंगलवार को 3.4 किलोमीटर प्रति घंटे थी। यह एक दिन बाद 1.1 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से चली।